वक्फ संशोधन बिल 2024 का संसद में पास होने के विरुद्ध में, प्रधानमंत्री का किया गया पुतला दहन
शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया, बिहार
वक्त संशोधन विधेयक 2024 को भारतीय संसद के दोनों सदनों लोकसभा/राज्यसभा से बलपूर्वक पास कराने के विरोध में, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी पश्चिम चंपारण की ओर से बेतिया में प्रधानमंत्री का पुतला दहन कर हिंदू मुस्लिम सिख इसाई आपस में है सब भाई-भाई का नारा बुलंद किया गया,साथ ही संविधान एवं लोकतंत्र की रक्षा के लिए तथा किसी भी धर्म एवं आशा के मामले में सरकारी हस्तक्षेप के विरुद्ध में,प्रतिवाद मार्च के रूप में एक अच्छा काम किया गया,भाजपा शासित मोदी सरकार ने मुसलमान के सभी पूर्वजों के द्वारा किए गए वक्फ की संपत्ति को लूटने, कब्जा करने,हड़पने,इसके आय के स्रोत का उपयोग करने,वक्फ की संपत्ति को अडानीऔरअंबानी से बचने, वक्फ की सारी संपत्ति पर, अडानी औरअंबानी के द्वारा बड़े-बड़े प्रोजेक्ट खड़ा करने हेतु देने के लिए मोदी सरकार ने ऐसा कदम उठाया है। वक्फ की संपत्ति पर अगर किसी प्रकार से नाजायज कबजा करके,या बेचकर,मोदी सरकार कोई काम करेगी तो सब नष्ट हो जाएगा,इसका वजूद भी नहीं रहेगा,ऊपर वाला भी मोदी की इस तरह की बेइमानी के करतूत को सब देख रहा है,सब देखकर भी अभी चुप है, क्योंकि उसके लाठी मेंआवाज नहीं होती, जब उसकी लाठी चलना शुरू हो जाएगा तो सभी नष्ट हो जाएंगे,सभी का बीड़ा गर्क हो जाएगा,इस दुनिया से उनका नामो निशान मिट जाएगा।
इस समय पूरे देश में वक्फ संशोधन बिल 2024 के सांसद से पास होने के विरोध में धरना,प्रदर्शन,जुलूस भी निकाले जा रहे हैं,इसी संदर्भ में इस जिले में भी,कई संगठनों,राजनीतिक पार्टियों के द्वारा भी इसका बहुत विरोध किया जा रहा है, प्रतिवाद मार्च भी निकाला जा रहा है।मुस्लिम समुदाय में इसको लेकर सब जगह में गहमागहमी मची हुई है।
मुस्लिम समुदाय के लोगों का कहना है कि मरते दम तक इस वक्फ संशोधन बिल 2024 जो संसद से पास हुआ है,उसको कभी नहीं मानेंगे, चाहे इसके लिए जितना भी जान गवना पड़े,यह हमारे शरीयत के खिलाफ है।