वित्तरहित अनुदानित शिक्षण संस्थानों के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को वेतन दे सरकार...
रिपोर्ट:विनोद विरोधी
गया, बिहार
बिहार राज्य के वित्तरहित डिग्री कॉलेज, इन्टर कॉलेज, +2 उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, कुल 1227 शिक्षण संस्थानों के लगभग 40 हज़ार शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को अनुदान के जगह नियमित वेतन देने की मांग राज्य सरकार से कॉंग्रेस पार्टी के नेताओ ने किया है। मांग करने वालों में बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह वित्त रहित अनुदानित शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय संयोजक प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मो. खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, प्रो ( डॉ) अनिल कुमार सिन्हा, प्रो विश्वनाथ कुमार, विपिन बिहारी सिन्हा, युवा कॉंग्रेस अध्यक्ष विशाल कुमार, श्रीकांत शर्मा, अमरजीत कुमार, आदि ने कहा कि बिहार राज्य के लगभग 65 % छात्र इन्हीं वित्त रहित शिक्षण संस्थानों में अध्ययन करते हैं, परंतु इन शिक्षण संस्थानों के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को राज्य सरकार द्वारा छात्रों के रिजल्ट के आधार पर लेट _लतीफ मिलता है, जिससे यहां के कर्मचारियों को अपने परिवार का जीवन यापन करना भी मुश्किल हो जाता है।नेताओ ने कहा कि बिहार राज्य से अलग हुए झारखण्ड के वित्त रहित शिक्षण संस्थानों के कर्मचारियों को नियमित वेतन देने तथा बिहार विधान सभा में सूबे के शिक्षा मंत्री द्वारा वित्त रहित शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को वेतन देने पर विचार करने की घोषणा के बाद वित्त रहित शिक्षण संस्थानों के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों में यह उम्मीद जगी है कि हमें भी अब बहुत जल्द वेतन मिलेगा।
नेताओ ने कहा कि राज्य सरकार से वर्षों से लंबित डिग्री, इन्टर, +2 विद्यालय के अनुदान की राशि जारी करने तथा 2025 से नियमित वेतन देने की मांग किया है।नेताओ ने सम्पूर्ण बिहार के वित्त रहित अनुदानित शिक्षण संस्थानों के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों से आग्रह किया है कि डिग्री, इन्टर, +2 विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को चट्टानी एकता बनाकर सभी संघ,महासंघ एक होकर हस्ताक्षर अभियान, महाधरना , प्रदर्शन कर अपनी मांग को अविलंब पूरा कराने हेतु संघर्षशील रहें।