वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण एवं अंतर पीढ़ी संबंधों को मजबूत करने को तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन।
रिपोर्ट: विनोद विरोधी
गया, बिहार।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, कोलकाता मेट्रोपॉलिटन इंस्टीट्यूट ऑफ जेरोंटोलॉजी तथा बिहार स्थित समग्र सेवा केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण एवं अंतरपीढ़ी संबंधों को मजबूत करने हेतु तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया गया।कार्यक्रम की शुरुआत जिले के बाराचट्टी प्रखंड के काहुदाग में आयोजित स्वास्थ्य शिविर से हुई। जहां वरिष्ठ नागरिकों की बुनियादी स्वास्थ्य जांच की गई। चिकित्सकीय परामर्श के बाद आवश्यक दवाइयाँ भी वितरित की गईं। इस अवसर पर बाराचट्टी सीएचसी के स्वास्थ्य प्रबंधक राकेश सिंह कार्यक्रम में उपस्थित रहे और इस सामुदायिक पहल का समर्थन किया। स्वास्थ्य शिविर में आए कई बुजुर्गों ने कहा कि चिकित्सकों ने धैर्यपूर्वक उनकी बात सुनी और उचित मार्गदर्शन दिया, जिससे उन्हें विशेष संतोष मिला।
कार्यक्रम के दूसरे दिन औरंगाबाद स्थित नेशनल टाउन इंटर स्कूल में 'अंतरपीढ़ी संबंध' विषय पर जागरूकता एवं संवेदनशीलता कार्यक्रम आयोजित किया गया। लगभग 60 छात्रों ने चित्रकला एवं निबंध लेखन प्रतियोगिताओं में भाग लिया, जिसमें उन्होंने अपनी रचनात्मकता के माध्यम से अंतरपीढ़ी संवाद, सहानुभूति और समझ के महत्व को प्रस्तुत किया। दोनों श्रेणियों में तीन-तीन विजेताओं को नकद पुरस्कार प्रदान किए गए। कार्यक्रम के संसाधन व्यक्ति के रूप में स्कूल से दयानंद कुमार उपस्थित रहे।
तीसरे दिन जहानाबाद के बरहौना स्थित राजकीयकृत उच्च माध्यमिक विद्यालय में इसी विषय पर एक और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। यहाँ भी 60 विद्यार्थियों ने चित्रकला एवं निबंध प्रतियोगिता में भाग लिया। कार्यक्रम को सुनील कुमार शर्मा और अजीत कुमार ने निर्देशित किया। छात्रों ने कला और लेखन के माध्यम से अंतरपीढ़ी संबंधों की आवश्यकता को प्रभावशाली ढंग से व्यक्त किया।
दोनों विद्यालयों से प्राप्त प्रतिक्रिया अत्यंत सकारात्मक रही। विद्यार्थियों ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम न केवल परिवारों के भीतर बल्कि समुदाय में भी पीढ़ियों के बीच समझ, करुणा और संवाद को बढ़ावा दे सकते हैं।
तीन दिवसीय पहल सरकारी संस्थानों, शैक्षणिक संगठनों और सामुदायिक संस्थाओं के संयुक्त प्रयास का जीवंत उदाहरण रही। जिसने वरिष्ठ नागरिकों की भलाई के साथ-साथ अंतरपीढ़ी सद्भाव को भी सुदृढ़ किया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सीएमआईजी-आरआरटीसी से मौमिता बसु और स्वाहा मित्रा बसु ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम में एमएसजेई के निदेशक डॉक्टर इंद्राणी चक्रवर्ती तथा समग्र सेवा केंद्र के सचिव छेदी प्रसाद की गरिमामय उपस्थिति रही।