गंडक नदी के कटाव के जद में सैकड़ों घर, कार्यालय के विलीन होने का खतरा, प्रशासन बना मूकदर्शक
शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया, बिहार
प्रखंड के सिसवा मंगलपुर गांव में गंडक नदी के कटाव की वजह से दर्जनों घर गंडक नदी में समाहित हो चुके हैं, नदी का कटाव रुकने का नाम नहीं ले रही है। विभाग द्वारा कटवा को रोकने के लिए कटाव विरोधि कार्य भी नहीं कराया जा रहा है।नदी के रूद्र रूप को देख ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए कहा बताया कि वर्ष 2011 से शुरू हुए कटवा ने 2016 तक प्रखंड के मँघातापुर,बेसिया खलवा टोला,हरिजन टोला कलवार टोली,मुशहर टोली, कचहरी टोला,मैनेजरी बाजार, खाप टोला,अहीर टोली और सिसवाविन टोला के बहुत सारे घर नदी के धार में समाहित हो चुके हैं,यहां पहले हजारों कीआबादी से इलाका गुलजार रहता था,वहांआज उजाड़ ही उजाड़ दिख रहा है, इधर पिछले एक माह से प्रखंड के सिसवा पूर्वी टोला में कटाव तीव्र गति से हो रहा है, ग्रामीणों ने संवाददाता को बताया कि इसअवधि में 50 सेअधिक गांव गंडक नदी में एक एक करके विलीन होते जा रहा है,यदिअभी समय रहते उपाय नहीं किया गया तो पूरा टोला समाप्त हो सकता है सुमति देवी,रंभा देवी,भूरी देवी पप्पू पांडे,सरल मुखिया, जयंत यादव,गोपाल चौधरी,लाख देव मुखिया,टीपू पांडे साहित सैकड़ो धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों ने संवाददाता को बताया कि विभाग कीओर से कहा गया था कि 30 अक्टूबर तक कटाव रोकने का कार्य शुरू हो जाएगा,लेकिनअब तक ना तो कोई अधिकारी पहुंचा है,और नहीं गंडक विभाग द्वारा किसी प्रकार का कटाव विरोधी कार्य प्रारंभ किया गया है,जिससे स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। ग्रामीणों के अनुसार घटाव के चपेट में आने से सिसवा मंगलपुर पंचायत के संचालित आरटीपीएस कार्यालय सहित कई अन्य घर और सरकारी धंसी भी खतरे में आ गए हैं किसी विषय में यह सभी विलीन हो सकते हैं,गांव के कई घरों के लोग सुरक्षा की दृष्टि से घर छोड़कर दूसरे जगह आश्रय लिए हुए हैं अंचल अधिकारी प्रज्ञा नयनम ने संवाददाता को बताया कि राजस्व कर्मी द्वाराआपदा शाखा में विस्तृत प्रतिवेदन भेज दिया गया है। रिपोर्ट में उल्लेख है कि गंडक नदी लगातार भयंकर कटाव कर रही है,जब तक 7 आमजनों के घर पूरी तरह नदी में समा चुके हैं,स्थिति गंभीर बनी हुई है, कटाव की रफ्तार लगातार बढ़ती ही जा रही है।