विजय खरे साहब अद्भुत प्रतिभा के धनी थे : शशि भूषण
हाजीपुर(वैशाली) बिहार
जिला मुख्यालय हाजीपुर मेदनीमल स्थित टैगोर किड्स एंड हाई स्कूल के प्रांगण में कला व संस्कृति के संरक्षण को समर्पित संस्था आम्रपाली कला साहित्य सम्मेलन, वैशाली द्वारा मुज़फ्फरपुर निवासी प्रख्यात अभिनेता विजय खरे के निधन पर शोक एवं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।इस अवसर पर सम्मेलन के अध्यक्ष डॉक्टर शशि भूषण कुमार ने कहा कि विजय खरे साहब अद्भुत प्रतिभा के धनी थे।उन्होंने अभिनय के क्षेत्र में दमदार उपस्थिति दर्ज कराया है।उन्होंने आगे कहा कि खरे साहब ने लगभग 300 से भी अधिक फिल्मों में अभिनय किया है।
फिल्म इंडस्ट्री में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए 2019 में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया।उन्होंने यह भी कहा कि खरे जी हमरे ऑफिस में आया करते थे।मेरे ऑफिस के सामने प्रोफेसर उमाकांत वर्मा जी के पुत्र आलोक रंजन जी के भी बहुत करीब थे। दुर्भाग्य से आलोक रंजन जी भी पहले ही हमलोग को छोर कर चले गए थे और अब खरे जी भी हमलोग के बीच चले गये। इनके स्वभाव सदा लोगों को याद आते रहेंगे।शोक सभा में उपस्थित साहित्यसेवी अमित कुमार 'विश्वास' ने कहा कि विजय खरे जी फ़िल्म उद्योग की महानतम हस्तियों में शामिल थे।उन्होंने अपने चलचित्रीय जीवन में अनेकों किरदारों को निभाया है।उन्होंने बिहार में अभिनय विद्या के विकास हेतु मुजफ्फरपुर में विजय खरे अकादमी की स्थापना भी की।विद्यालय प्राचार्या पिंकी कुमारी ने कहा कि विजय खरे सर के संघर्षमय जीवन से युवाओं को शिक्षा लेनी चाहिए।गायक कुंदन कृष्णा ने अपने संबोधन में कहा कि विजय खरे हम नवोदित कलाकारों के लिए प्रेरणास्रोत रहे है।शोक सभा में रेणु सिंह,सुष्मिता सिन्हा, रूबी कुमारी,सुप्रिया, लुबना नवाज,नेहा कुमारी,मुस्कान कुमारी, विधि ठाकुर,शबम खानम,जूली सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हुए।