समाजवादी पार्टी के बढ़ते जनाधार से भाजपा नेताओं में खलबली,करते उलजुलुल बातें:सुशील कुमार पाण्डेय "कान्हजी"
रिपोर्ट - धनंजय शर्मा
बलिया। जबसे लोकसभा 2024 का चुनाव बीता हैं भाजपा नेताओं को दिन में तारे नज़र आने लगे हैं और दिमागी संतुलन खो चुके हैं। रात में जब वह सो रहे हैं तब भी उन्हें समाजवादी पार्टी का सपना देख रहे हैं।समाजवादी पार्टी के बढ़ते जनाधार से घबराएं बीजेपी नेता गण उलजुलुल बाते कर जनता और समाज को खंडित करने की कोशिस कर रहे हैं। उक्त बाते समाजवादी पार्टी के जिला प्रवक्ता सुशील कुमार पाण्डेय "कान्हजी"ने सोमवार को प्रेस को जारी अपने एक बयान में कही।
कान्हजी ने कहा कि कानून व्यवस्था राज्य सरकार की जिम्मेदारी है,ऐसे में कोई अपराधी पुलिस स्टेशन के सामने किसी को मार डाले तो उसे क्या कहेंगे। सामने उपचुनाव में अपनी खराब स्थिति को देखकर वह अब पीड़ितों के आंसू पोंछने का नाटक कर रही है।
सपा प्रवक्ता ने प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक द्वारा बलिया आगमन के दौरान समाजवादी पार्टी के डीएनए सम्बंधी बयान की निन्दा करते हुए कहा कि उप मुख्यमंत्री जी समाजवादियों के डीएनए पर बहस कर रहे, लेकिन अपना डी एन ए चेक नही करा रहे, कराए भी तो कैसे, उनका डीएनए तो कई रंगों का हैं। कांग्रेस, बसपा तथा बीजेपी उनका कोई एक निश्चित डीएनए हैं ही नहीं।
कान्हजी ने कहा कि ब्रजेश पाठक हर समय अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करते हैं। इससे यह स्पष्ट हो रहा हैं कि वह स्वयं एक अमर्यादित व्यक्ति हैं। पद पाने से कोई व्यक्ति बड़ा नही बन जाता बल्कि उसके संस्कार और वाणी बड़ा बनाते हैं।
मा. उप मुख्यमंत्री जी को दूसरे के डीएनए पर बोलने से पहले अपने डीएनए को स्पष्ट करना चाहिए, कि डी एन ए काग्रेस का बीएसपी का हैं या अब बीजेपी का हैं या भविष्य में किसी और में परिवर्तित हो जायेगा।डीएनए देखने वाले थोड़ा हाथरस कांड, महिला पहलवान प्रकरण पर भी डीएनए टेस्ट करते।
सपा प्रवक्ता ने कहा कि लोकसभा चुनाव में मिली पराजय बीजेपी भूल नहीं पा रही हैं। जिससे पार्टी नेता अपना संतुलन खो चूके हैं। उन्हें विकास की बात करनी चाहिए रोजगार,महंगाई, गरीब और किसान की बात करनी चाहिए। सरकार उनकी हैं समाज को बांटने वाली बात सत्ता में बैठ कर उचित नही हैं।