नौ साल पहले आग की चपेट में आई रोशनी के इलाज की जगी उम्मीद।
संतकबीरनगर उत्तर प्रदेश।
आग से जाली बच्ची के लिए 9 साल बाद बीईओ ज्ञानचंद्र मिश्र की पहल पर स्कूल पर आरबीएसके के चिकित्सक
मेंहदावल। क्षेत्र कुसम्हां गांव में मानवीय संवेदना की एक पहल देखने को मिली। जिसमें पूर्व माध्यमिक विद्यालय कुसम्हां पर अध्यनरत नौ साल पहले ही आग की चपेट में पड़ने से अपने बालों को खो चुकी एक बालिका के इलाज के लिए बीईओ ज्ञानचंद्र मिश्र की पहल पर आरबीएसके की टीम के चिकित्सक स्कूल पर पहुंचकर बालिका के इलाज की कार्रवाई शुरू कर दी । नौ साल पहले आग की चपेट में आई रोशनी के इलाज की उम्मीद जग गई।
बीईओ ने बताया कि विगत बृहस्पतिवार को निरीक्षण के क्रम में उच्च प्राथमिक विद्यालय कुसम्हा में कक्षा छ: में पढ़ने वाली छात्रा रोशनी वर्मा पुत्री अशोक वर्मा उम्र 12 साल के सिर पर करीब तीन चौथाई हिस्से पर बाल नहीं थे। और सिर पर कुछ छोटे-छोटे गड्ढे भी दिखाई पड़े। बालिका से पूछताछ पर पता चला कि करीब नौ साल पहले दीपावली के दिन दीये से जलने की वजह से सिर पर घाव हो गए है और बाल भी जल गया था। रोशनी के पिता पॉपकॉर्न बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। पैसे की तंगी की वजह से बच्ची का सही से इलाज न होने के कारण अभी तक बच्ची के सर का न तो घाव ठीक हो पाया और नहीं बाल उग सके। उन्होंने बच्ची के आगे के इलाज की बात मेहदावल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सकों की टीम से किया। उनकी पहल पर शनिवार को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कर्यक्रम के चिकित्सक अपनी टीम के साथ उच्च प्राथमिक विद्यालय कुसम्हां पर पहुंचकर के बच्ची के सिर के गांवों की जांच किया। आरबीएसके के चिकित्सक डॉक्टर मनोज वरुण ने बताया कि बच्ची का इलाज राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत के तहत कराया जाएगा । बच्ची के सिर के घावों का शीघ्र सही इलाज कराया जाएगा और उसके सिर पर बाल लाने की भी उचित चिकित्सकीय परीक्षण कराया जाएगा। जिससे बच्ची सामान्य जीवन जीने लगे।