केन-बेतवा व पार्वती-कालीसिंध- चम्बल लिंक परियोजना के अंतर्गत जल गीत, भजन-कीर्तन एवं जल संवाद आयोजित।
हम पानी बना नहीं सकते लेकिन बचा तो सकते हैं- अरविंद उपाध्याय डीपीओ
जल जागरूकता दीवार लेखन किया गया।
डॉ. रामजी शरण राय
दतिया, मध्यप्रदेश।
मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री मोहन यादव व प्रदेश सरकार की महती केन-बेतवा लिंक परियोजना व पार्वती-कालीसिंध- चम्बल लिंक परियोजना जन चेतना अभियान के तहत मप्र जन अभियान परिषद के निर्देशन में नवांकुर संस्थाओं के संयुक्त तत्वावधान में जल गीत, भजन-कीर्तन एवं जल संवाद का 16 ग्रामों में आयोजन किया गया। जल जागरूकता नारे का लेखन भी कराया गया।
आयोजित जल गीत गायन, भजन-कीर्तन एवं जल संवाद में मुख्य अतिथि श्री अरविंद उपाध्याय जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग दतिया रहे। मुख्य अतिथि श्री उपाध्याय ने मुख्यमंत्री जी द्वारा अनूठी नदी लिंक परियोजना की सराहना करते हुए आव्हान किया कि हम पानी बचा सकते हैं लेकिन बचा नहीं सकते। हमें जल का समुचित सदुपयोग करना है व दूसरों को प्रेरित करने हेतु आव्हान किया।
कलेक्टर महोदय के निर्देशन में निर्धारित कार्ययोजना अनुसार आदिशक्ति युवा मंडल सरसई, विवेकानंद युवा मंडल दुर्गापुर, स्वदेश ग्रामोत्थान समिति व राजघाट बुंदेलखंड संस्कृत संस्कृति प्रसार सेवा समिति नवांकुर संस्थाओं के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित जल गीत, भजन-कीर्तन एवं जल संवाद का आयोजन श्री मुनेन्द्र शेजवार जिला समन्वयक मप्र जन अभियान परिषद के नेतृत्व में ग्राम डांग करैरा, पलोथर, नौनेर, सलैया पमार, विलोनी, गरेरा, सनोरा आदि चयनित ग्रामों में किया गया।
जल संरक्षण हेतु जल गीत, भजन-कीर्तन एवं जल संवाद में प्रमुख रूप से आरबी शर्मा एसडीओ सिचाई विभाग, सरपंचगण, सचिव, आँगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता, शिक्षा विभाग के साथ ही सांस्कृतिक दल आदि का सहयोग प्राप्त हुआ।
आयोजक दल में आदिशक्ति युवा मंडल सरसई से सुबोध शर्मा, विवेकानंद युवा मंडल दुर्गापुर संजय रावत, आनंद दाँगी, स्वदेश ग्रामोत्थान समिति रामजीशरण राय, बलवीर पाँचाल व राजघाट बुंदेलखंड संस्कृत संस्कृति प्रसार सेवा समिति से देवेंद्र सिंह कुशवाह आदि नवांकुर संस्थाओं के प्रतिनिधि सम्मिलित रहे। उक्त जानकारी रामजीशरण राय अभियान सहयोगी ने दी।