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धार्मिक / Jul 24, 2023

धूमधाम के साथ निकला पॉचवी मोहर्रम का मियॉं साहब का शाही जुलूस।

ऽ मियॉं साहब का जगह-जगह सभी धर्म के लोगों द्वारा किया गया भव्य स्वागत।

ऽ शान्ति के प्रतीक मियॉं साहब के स्वागत में सफेद कबूतर उड़ाये गये।

ऽ दूर-दराज व स्थानीय लोगों के हुजूम मियॉं साहब की झलक पाने के लिए बेताब दिखे।

ऽ महिलाओं, बच्चों व बुजुर्गो की भारी भीड़ के बीच निकले जुलूस में सड़कें व छतों के छज्जे नजर आए तंग।

ऽ विभिन्न समाज सेवी संस्थाओं द्वारा उल्लास के साथ जगह-जगह किया गया जुलूस का भव्य स्वागत।

ऽ जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन की व्यवस्था चुस्त दुरूस्त दिखी।

ऽ नगर निगम ने की विशेष व्यवस्था।

सेराज अहमद कुरैशी

गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।

मियॉं साहब इमामबाड़ा इस्टेट, गोरखपुर से पॉंचवीं मोहर्रम का शाही जुलूस अपनी पुरानी रवायत के मोताबिक़ परम्परागत तरीके से अपनी पुरी शानो शौकत के साथ सुबह 10 बजे निकला। मियॉं साहब के शाही जुलूस में परम्परागत रुप से सबसे आगे इमामबाड़ा इस्टेट का परचम उसके बाद मियॉं साहब के निजी सुरक्षा गार्ड सफेद व आसमानी वर्दी में लम्बी कतार के साथ चल रहे थे। जुलूस की शोभा कई अदद बैण्ड वादक व शहनाई वादक बढ़ा रहे थे। जुलूस में घुड़सवार भी आगे-आगे चल रहे थे। मियॉं साहब अपने रवायती अन्दाज़ में सफेद चमचमाती हुई पैरहन में अपने सहयोगियों एवं निजी अंगरक्षकों के साथ चल रहे थे।

जुलूस इमामबाड़ा इस्टेट के पछिमी फाटक से कतारबद्ध तरीके से निकला जहॉं पर मियॉं साहब का भव्य स्वागत पुर्व पार्षद असलम सन्नु के परिवार द्वारा किया गया, जुलूस आगे बढ़ कर रिक्शा कम्पनी के पास मज़ार पर पहुचा तथा परम्परागत रुप से मियॉ साहब के द्वारा फातिहा पढी गयी यहा पर श्री अरजुन तथा मोहल्ले के लोगो ने माला पहना कर स्वागत किया। जुलूस के कमाल शहीद की मजार पर पहुचने पर डा0 मुमताज अहमद खॉं, शमशेर अली, सलीम खॉं मोईन, व परवेज आदि ने मियॉं साहब का गर्मजोशी से स्वागत किया, मियॉं साहब ने अपने सहयोगियों के साथ फातिहा पढी। मियॉं साहब का जुलूस अपने निर्धारित मार्ग पर धीरे-धीरे आगे बढ़ा । जुलूस के बख्शीपुर पहुॅंचने पर श्री आफताब के द्वारा सफेद कबूतर उडाकर तथा माला पहनाकर स्वागत किया, बख्शीपुर चौराहे पर ही रईस अहमद चुन्नु तथा सरवर हुसैन ने अपने सहयोगियो के साथ फूलों से स्वागत किया व जलूस मे शामील हो गयेे। जुलूस आहिस्ता-आहिस्ता बढा थवई के पुल पर जावेद अंसारी व कैस अंसारी ने अपने बहुत से सहयोगियो के साथ फूल मालाओ से भव्य स्वागत किया।

शाही जुलूस के चरनलाल चौराहे पर पहुॅंचने पर इमामबाड़ा मोतवल्लीयान कमेटी के अध्यक्ष सैययद इरशाद अहमद, महासचिव हाजी सोहराब खान, शकील शाही, आफताब मोतवल्ली तथा हिन्दु मुस्लिम एकता कमेटी के श्री शाकिर सलमानी, साजिद अली, मो0 कैश, हाजी अमीरुल्लाह व अफाक अहमद, दिलशाद राईनी (पार्षद), सैययद वसीम, इकबाल अहमद, मुम्ताज अंसारी, रहमत, जफर, अशरफ अली आदि ने अपने साथियों के साथ मियॉं साहब के जुलूस का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया और फूलों से लाद दिया एवं पुष्पवर्षा भी की।

 बेनी गंज ईदगाह के पास इसरार अहमद, कासिम, आसिफ, मो0 करीम, इकरार अहमद व उनके साथियों ने फूल मालाओं से मियॉं साहब का स्वागत किया। जाफराबाजार चौराहे पर डा0 सुधाकर पाण्डेय, डा0 नवीन पाण्डेय, नुरुल हसन, शकील शाही ने अपने सहयोगियों के साथ मियॉं साहब का मालार्पण कर भव्य रुप से स्वागत किया। 

जाफरा बाजार नया कटरा पर शमीम अहमद, अबरार अहमद, नसीम अहमद, अशरफ अली ने बहुत सारे लोगो के साथ स्वागत कर फूल मालोओ से लाद दिया, जाफरा बाजार सब्जी मण्डी में वकील शाही, अज्जु कुरैशी, अरसलान, शानु, बब्बु, आरिफ जमा अंसारी ने अपने सहयोगियो के साथ स्वागत किया।

जाफरा बाजार पुलिया के पास स्थानीय महिलाओ द्वारा पुष्प वर्षा कर मियॉ साहब का स्वागत किया गया जिसमे मैमुन निसा, जाहीदा, जन्नतुन, फरहीन, फात्मा आदि की विषेश सहभागिता रही।

 जुलूस आहिस्ता-आहिस्ता अपनी पूरी शान व शौकत के साथ कर्बला के मैदान में पहुॅंचा, कर्बला पर मियॉ साहब ने अपने सहयोगियों के साथ फातिहा पढ़ कर इमाम हुसैन व शहीदाने कर्बला को खे़राजे अकीदत पेश किया और विश्राम किया।

मियॉं साहब का जुलूस कर्बला के मैदान से निकलने के बाद बक्शीपुर इमामबाड़ा (श्री भगवती ) के जलुस के पिछे परम्परागत रुप से चलने लगा। घासीकटरा के पहले मर्रो मस्जिद के पास फैजान अंसारी, अजमतुल्ला, पप्पु तथा उनके सहयोगियो ने पुष्प वर्षा तथा माल्यापर्ण कर, घासी कटरा चौराहे से आगे गेहूॅ वाली ताजिया (मिर्जापुर) की इमामबाडा कमेटी की तरफ से बडे पैमाने पर मियॉ साहब का खैर मकदम किया गया।

 मिर्जापुर चौराहे के पहले प्राचीन इमामबाडा काठ की ताजिया पर पहुच कर महमूद हसन, महमूद अहमद, सैययद सेराजुददीन की उपस्थिति मे मियॉं साहब ने सहयोगियों के साथ फातेहा पढी। 

 साहबगंज में इमामबाडा झिलमिली शाह पहुॅचने पर मियॉं साहब ने वहा के कमेटी के साथ फातेहा पढी। जुलूस अपने पूरे शबाब पर साहबगंज तिराहे पर पहुॅचा तो आजम, अरमान, रफीक ने स्थानीय दुकानदारों के साथ मियॉ साहब का स्वागत किया। झाउ के मस्जिद के इमाम श्री फैजुल्ला ने तमाम मौलानाओ के साथ स्वागत किया, यही पर जालान परीवार के द्वारा मियां साहब का स्वागत किया तथा सुतली व्यवसाई के द्वारा भी परम्परागत रुप से स्वागत किया गया।

जुलूस खूनीपुर चौराहे पर पहुॅंचा, जहॉं पर अश्फाक मेकरानी, लडडन खान ने बडे पैमाने पर दर्जनों लोगों ने मियॉं साहब पर पुष्प वर्षा व माल्यार्पण कर भव्य स्वागत किया। 

मियॉं साहब के शाही जुलूस का कारवॉं आहिस्ता-आहिस्ता आगे बढ़ा, मियॉं साहब के जुलूस के दर्शन के लिए भारी संख्या में लोग सड़क के दोनों ओर मौजूद थे, अवाम की भीड़ इतनी थी कि सडक तंग हो रही थी तथा सड़क के दोनों ओर की छतों पर औरतों और बच्चों का हुजूम था। जुलूस अन्जुमन इस्लामिया के पहले हाजी छोटे, इरफान खान, तारिक, नईम के द्वारा भव्य रुप से स्वागत किया गया। मजार के पास पहुॅचने पर हाजी मो0 कलीम उर्फ फरजन्द, मो0 निजामुददीन, सोनु, परवेज आलम ने अपने साथियों के साथ फुलमाला तथा माल्यार्पण कर मियॉ साहब का स्वागत किया और मियॉ साहब के एजाज़ में सबील का एहतमाम किया, तथा अकिब अंसारी, हाजी जलालुद्दीन तथा उनके सहयोगियो के द्वारा पुष्प वर्षा कर जलूस का स्वागत किया गया। जलूस के अन्जुमन इस्लामियॉ पहुचने पर मियॉ साहब ने अपने साथियों के साथ वहॉ के बच्चों से मिल कर उनकी हौसला अफ़जाई की उसके बाद जुलूस धीरे-धीरे नखास के पास पहुचने पर नेजामिया होटल वालो ने अपन साथियोें के साथ मियॉ साहब का गर्म जोशी से इस्तेकबाल किया और मियॉ साहब ने परम्परागत तरीके सें फातेहा पढ़ा, जुलूस ं परम्परागत तरीके सें आगे बढा तथा कोतवाली स्थित सरदार अली खॉं शहीद के मजार पर फातेहा पढी यहा पर सरदार अली खॉ के वन्शज मुख्तार खॉ तथा अनेक महिलाओ द्वारा माल्याणपण कर तथा बुके देकर स्वागत किया गया, रोशनी केन्द्र पर चेम्बर आफ इलेक्टिकलस के पदाधिकारियो तथा राजीव रस्तोगी तथा मास्टर साहब के द्वारा परम्परागत रुप से इलाइची पेश कर के मियॉं साहब का स्वागत किया । जुलूस अपनी पुरी ताबनाई के साथ आगे बढ़ा। और मियॉ बाजर मान चौराहा पहुॅचने पर विश्वनाथ पुर्व पार्षद ने अपने सहयोगियो के साथ गुलाब के फुलो के साथ मियॉ साहब का स्वागत किया।  

जुलूस अपनी रवायत व परम्परा के अनुसार इमामबाड़े के दक्षिण फाटक से जुलूस इमामबाड़ा परिसर मे दाखिल हुआ। तथा मरसिया खाने में बाबा रौशन अली शाह की दरगाह पर फातेहा पढ़ कर जुलूस की समापत्ति की घाषणा कीं। मियॉं साहब ने अपने पूर्वजों के कब्रिस्तान में अपने वालदैन की कब्र पर फातेहा पढ़ी। मियॉं साहब के जुलूस में इस वर्ष एक विशेष व्यवस्था के अनुसार बहुत से लडको द्वारा जुलूस के पूरे मार्ग मे गर्मी के परकोप का कम करने के लिए शीतल जल की वर्षा की जाती रही, यह विशेष व्यवस्था हाजी सोहराब खान के द्वारा की गयाी। मियॉ साहब के साथ मुख्य रूप से मंजूर आलम (मिडिया प्रभारी) तौकीर आलम, जुल्फेकार अहमद, सैयद शहाब अहमद, सैययद इरशाद अहमद, शकील शाही, नबी हुसैन, हाजी सोहराब खान, कुर्बान अली,अजहर समी, ख्वाजा शमशुद्दीन, कैस अख्तर, मुम्ताज अंसारी, बदरे आलम, इस्रार अहमद, ई0 मिन्नतुल्लाह, शमशाद अंसारी, हाजी अमीरुददीन व वर्तमान पार्षद श्री समद गुफरान (साजू) विशेष रुप से उपस्थित थे। 

जुलूस के व्यवस्थित संचलान में नयाज अहमद, आबिद अली, नेजाम, सेराज अहमद कुरैशी, मुस्तकीम अली की विशेष सहभागिता रही।

मियॉं साहब ने सकुशल जुलूस खत्म होने के बाद अपने सहयोगियों व अवाम एवं जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन का शुक्रिया अदा किया।

Jr. Seraj Ahmad Quraishi
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