पटरी व्यापारियों को अतिक्रमण के नाम पर नगर निगम प्रशासन द्वारा उत्पीड़न शोषण के विरुद्ध मण्डलायुक्त कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करके 5 सूत्रीय मांग पत्र का अपर आयुक्त को ज्ञापन सौंपा।
सेराज अहमद कुरैशी
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
पटरी व्यापारी के पदधिकारियों एवं सदस्यों ने पटरी व्यापारी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुधीर कुमार झा के नेतृत्व में पटरी व्यापारियों को अतिक्रमण के नाम पर नगर निगम प्रशासन द्वारा उत्पीड़न शोषण के विरुद्ध मण्डलायुक्त कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करके 5 सूत्रीय मांग पत्र का अपर आयुक्त को ज्ञापन सौंपा अपर आयुक्त ने आश्वासन दिया कि गरीब पटरी व्यापारियों का उत्पीड़न शोषण नहीं किया जायेगा और प्रधानमंत्री/मुख्यमंत्री के योजनाओं का सम्मान किया जायेगा। उत्पीड़न करने वाले के विरुद्ध जाँच कर कार्यवाही की जायेगी।
पटरी व्यापारी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुधीर कुमार झा ने कहा कि नगर निगम प्रशासन के तानाशाही रवैया से पटरी व्यापारी भूखमरी के कागार पर है श्री झा ने कहा कि गोरखपुर नगर निगम में लगभग 9000 पटरी व्यापारी रजिस्टर्ड है जिन्हें निरन्तर मुख्यमंत्री जी द्वारा निर्देशित किया जा रहा है कि उन्हें कही न कहीं व्यवस्थित की किया जाये लेकिन नगर निगम प्रशासन उस पर कोई कार्यवाही नहीं करती है बल्कि हद तो यह है नगर निगम में कुछ कर्मचारी एवं परिर्वतन दल के लोग पटरी व्यापारीयों को यातायात के नाम पर उत्पीड़न और शोषण कर रहे है दो दिन पहले परिवर्तन दल एवं नगर निगम द्वारा सिटी माॅल रोड पर पटरी व्यापारी को लातों से मारा गया और उनकी दुकानें पलट दी कई श्री झा ने कहा कि नगर निगम प्रशासन मुख्यमंत्री जी को सिर्फ गुमराह कर रही है और पटरी व्यापारियों के योजनाओं का बंदरबाट कर रही है श्री झा ने कहा फेरी नीति के तहत मुख्यमंत्री के निर्देश पर 436 दुकानें बनाई जिसमें जो पटरी व्यापारी दुकान नहीं लगाना चाहते है उन्हें जबरन दुकाने लगाने को कहा जाता है और जो लगाना चाहते है उनको आवंटन नहीं किया जाता है नगर निगम प्रशासन यह समझने को तैयार नहीं है कि हर पटरी व्यापारी को हर जगह स्थापित नहीं किया जा सकता। क्योंकि जो पटरी व्यापारी कच्चा काम करते है उनका माल एक दिन नहीं बिकेगा तो पूरा माल खराब हो जायेगा। जिसकी फरपाई करने में सप्ताह भर लग जायेगा। श्री झा ने कहा कि जिन पटरी व्यापारियों को मुख्यमंत्री जी द्वारा सम्मानित किया जाता है प्रधानमंत्री स्वनिधी योजना का लोन दिया जाता है और आत्मनिर्भर की बात किया जाता है उन्हीं पटरी व्यापारियों को नगर निगम प्रशासन द्वारा उजाड़ दिया जाता है लात घुसें से मारा जाता है और प्रधामंत्री/मुख्यमंत्री के योजनाओं को मजाक बना दिया जाता है श्री झा ने कहा कि नगर निगम प्रशासन और जी0डी0ए0 प्रशासन ने मिलकर 40 दुकाने पटरी व्यापारियों के लिए नौका बिहार पर बनवाई लेकिन फेरी नीति को अनदेखा करके पटरी व्यापारियों को न देकर अन्य लोगों आवंटन कर दिया गया। हद तो यह है कि सरकारी कर्मचारियों को पटरी व्यापारी बनाकर आवंटन कर दिया गया है। और तीन साल आवंटन का हो गया है और वह लोग अपनी दुकान भी नहीं खोल रहे है। लेकिन फिर भी उन दुकानों का आवंटन निरस्त नहीं किया जा रहा है। श्री झा ने कहा कि नौका बिहार पर फिर से लगभग 126 दुकान पटरी व्यापारियों के लिए बनाया जा रहा है और जी0डी0ए0 नगर निगम प्रशासन फेरी नीति को अनदेखा करके रजिस्टर्ड पटरी व्यापारियों को न देकर फिर से बन्दर बांट करने के फिराक में है। श्री झा ने कहा की पटरी व्यापारियों का उत्पीड़न/शोषण किसी भी दशा में बर्दास्त नहीं किया जायेगा। अगर नगर निगम प्रशासन और जी0डी0ए0 प्रशासन अपनी रवैया से बाज नहीं आयी तो इसके खिलाफ आन्दोलन करने को बाध्य होंगे। जिसकी सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, नगर निगम प्रशासन एवं जी0डी0ए0 प्रशासन की होगी।
पटरी व्यापारी के जिला महामंत्री मकसूद आलम एवं पटरी व्यापारी के युवा प्रकोष्ठ महानगर अध्यक्ष पुष्कर गौंड ने कहा की नगर निगम प्रशासन द्वारा पटरी व्यापारियों का उत्पीड़न/शोषण किसी भी दशा में बर्दास्त नहीं किया जायेगा।
मुख्य रुप से उपस्थित मकसूद आलम, पुष्कर गौंड, आदर्श पाण्डेय, जयप्रकाश, सूरज भान शर्मा, सुनील गुप्ता, पवन चैधरी, भोला, सन्तोष पाण्डेय, मनोज गुप्ता, पिन्टू, विजय तिवारी, अर्जुन, लक्ष्मण, चन्दन वर्मा, कमलेश, जितेन्द्र वर्मा, प्रदुम्मन, सुनील कुमार, प्रमोद, अनुज, राजेश, अमरदीप, रामनरेश, जितेन्द्र, सरवन, लाल बाबू, गौरी शंकर, हरेन्द्र, सुभाष जायसवान, नेहीलाल, जमुना प्रसाद, सलीम निषाद, रिंकू सहित तमाम लोग उपस्थित रहें।