एक नंबरया लॉटरी का धंधा अब चौक चौराहों, बाजारों से हटकर सकरी गलियों, घरों में चल रहा।
ब्यूरो चीफ़ शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया, बिहार।
एक नंबरया लॉटरी का धंधा खुलेआम चौक चौराहों,बाजारों में हुआ करता था,लेकिन कई बार पत्रकारों के द्वारा खबर छापने और इसकी सूचना डीजीपी, आईजी,डीआईजी,एसपी को देने के बाद इस पर कुछ नियंत्रण हो सका,मगर पुलिस की चौकसी के बाद अब यह धंधा संकीर्ण गलियों,धंधा करने वालों के घरों में भी फल फूल रहा है,जहां पुलिस की पहुंच अभी तक नहीं हो पा रही है,इस तरह देखा जाए तो यह धंधाअब भी चरम सीमा पर चल रहा है। पुलिस को जानकारी है या नहीं यह तो पुलिस प्रशासन ही बता पाएगा,लेकिन कोई ऐसी क्रियाकलाप नहीं है जो शहर में होता है,उस सभी जानकारी पुलिस को नहीं है,इसलिए ऐसा कहना कि एक नंबररिया लॉटरी का धंधा नगर के संकीर्ण गलियों,घरों में हो रहा है,पुलिस की जानकारी में नहीं है,पुलिस प्रशासन दिखावे के रूप में चौक चौराहों,बाजारों में होने वाले इस धंधा पर पैनी नजर तो रखी मगर तंग गलियों और घरों में हो रहे इस धंधे पर इसकी जानकारी होने के बावजूद भी इस पर कोई कार्यवाही नहीं कर रही है,यह एक जांच का विषय है।