नहीं रहे किसान रत्न व पूर्व मुखिया रामेश्वर प्रसाद
लोगों ने जताया शोक नम आंखों से लोगों ने दी अंतिम विदाई
रिपोर्ट :विनोद विरोधी
गया, बिहार
जिले के बाराचट्टी प्रखंड के कलआ खुर्द के जाने-माने समाजसेवी व किसान रत्न से सम्मानित पूर्व मुखिया रामेश्वर प्रसाद का देहांत आज तड़के हो गया हैlउनके निधन की खबर से पूरा इलाका मर्माहट हैl बीते तीन माह से गंभीर रूप से बीमार चल रहे थेl व अपने पीछे पत्नी समेत दो बेटे, दो बेटियों समेत नाती पोतों से भरा परिवार छोड़ गए हैं गौरतलब है कि दिवंगत रामेश्वर प्रसाद वर्ष 2001 से 2006 तक बजरकर पंचायत के मुखिया भी रहेl वे अपने ईमानदारी एवं समाज सुधार के रूप में जाने जाते थेl मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा उन्हें किसान रत्न सम्मान से भी सम्मानित हुए थेl आज उनका अंतिम संस्कार पैतृक गांव स्थानीय गुलसकरी नदी के तट पर कलहुआ गांव खुर्द के निकट किया गया हैl जहां बड़े पुत्र सुबोध कुमार ने मुखाग्नि दी l अंतिम संस्कार के समय इलाके के बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हुएl जिन्होंने उनके निधन पर गहरा दुख जताया है और कहा है कि इससे समाज को अपूरणीय क्षति हुई हैl शोक प्रकट करने वालों में गया के पूर्व जदयू सांसद विजय कुमार मांझी ,पूर्व मुखिया राजेंद्र प्रसाद मेहता, मोती प्रसाद , कृष्णदेव यादव उर्फ केडी यादव ,जिला परिषद सदस्य अरविंद यादव, बजरकर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि विनोद मांझी, स्थानीय विधायक प्रतिनिधि रामविलास शर्मा, पैक्स अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद ,पूर्व मुखिया गोपाल प्रसाद, जदयू नेता व मुखिया विजय प्रसाद सिंहi, वारिस खान, पत्रकार विनोद विरोधी,अमित सिंह, बृजेश कुमार सिंह,मुखिया तुला प्रसाद, सामाजिक कार्यकर्ता रामकिशन प्रसाद, राजद नेता हरेंद्र सिंह भोक्ता, सरपंच विनोद पासवान, भाकपा माले के नेता गणेश प्रसाद किसान रतन रामसेवक प्रसाद समेत बड़ी संख्या में लोग शामिल थेl जिन्होंने उनके निधन पर कहा की व एक मजबूत स्तंभ थे जो टूट गया हैl इससे समाज की अपूरणीय क्षति हुई हैl पूर्व सांसद विजय मांझी ने कहा कि दिवंगत रामेश्वर प्रसाद हमारे गार्जियन थे तथा समाज को मार्गदर्शन करने में आगे रहते थेl उनके निधन से समाज के साथ-साथ हमें व्यक्तिगत क्षति हुई हैl