जिला अस्पताल में बड़ी कार्यवाही, 05 संदिग्ध गिरफ्तार
अपर जिलाधिकारी के नेतृत्व में एसडीएम सदर, तहसीलदार सदर और नायब तहसीलदार की टीम ने की औचक छापेमारी।
जिलाधिकारी के निर्देश पर हुई कार्यवाही।
महराजगंज, उत्तर प्रदेश
जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा के निर्देश पर जिला अस्पताल में अपर जिलाधिकारी के नेतृत्व में राजस्व विभाग की टीम द्वारा औचक छापेमारी करते हुए 05 संदिग्धों को पकड़कर पुलिस के हवाले किया।
जिला संयुक्त चिकित्सालय में दोपहर 01:00 से 02:00 बजे के बीच अपर जिलाधिकारी डॉ प्रशांत कुमार, एसडीएम सदर रमेश कुमार, तहसीलदार सदर पंकज कुमार शाही, नायब तहसीलदार विवेक श्रीवास्तव की टीम अचानक जिला संयुक्त चिकित्सालय पहुंची और ताबड़तोड़ अंदाज में विभिन्न वार्डों एवं कार्यालयों की जांच शुरू की। राजस्व टीम द्वारा महिला चिकित्सालय, ओपीडी, पैथोलॉजी, एक्स–रे रूम आदि की जांच की गई। राजस्व टीम द्वारा संदिग्धों को रोक–रोककर भी पूछताछ की गई। इस दौरान कुल 05 संदिग्धों को पकड़कर आरम्भिक पूछताछ के उपरांत उन्हें पुलिस के हवाले किया। अपर जिलाधिकारी द्वारा पुलिस को उनके मोबाइल फोन की जांच करने के अतिरिक्त कठोरता के साथ पूछताछ का निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी द्वारा प्राप्त सूचना के आधार पर अपर जिलाधिकारी को जिला अस्पताल में औचक छापेमारी करते हुए सघन जांच का निर्देश दिया गया।राजस्व टीम के पहुंचते ही अस्पताल में भगदड़ मच गई। कुछ संदिग्ध भीड़ का फायदा उठाते हुए निकलने में कामयाब भी हो गए लेकिन राजस्व टीम द्वारा 05 संदिग्धों की पकड़कर आरंभिक पूछताछ के बाद पुलिस के हवाले कर दिया गया। अपर जिलाधिकारी ने बताया कि आरंभिक जांच में संदिग्धों के फोन में कुछ संदिग्ध चीजें मिली हैं। विस्तृत जांच हेतु पुलिस को निर्देशित किया गया है। जांच के उपरांत दोषियों के विरुद्ध जरूरी विधिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि आगे भी जिला चिकित्सालय के अतिरिक्त अन्य सरकारी कार्यालयों में औचक निरीक्षण की कार्यवाही जारी रहेगी। जनपद में किसी भी सूरत में कार्यालयों के कामकाज में निजी व्यक्तियों का दखल स्वीकार नहीं किया जाएगा। जिला अस्पताल में हुई कार्यवाही में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके विरुद्ध विधिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी कार्यालयाध्यक्षों को निर्देशित किया गया है कि अपने कार्यालय से संदिग्ध लोगों को दूर रखें और कार्यप्रणाली को पारदर्शी बनाएं।
इससे पूर्व जिलाधिकारी द्वारा स्वयं जिलाधिकारी द्वारा संयुक्त चिकित्सालय में छापेमारी करते हुए कार्रवाई की गई थी। 13 जून को जिलाधिकारी अचानक अस्पताल पहुंचे थे और ओपीडी सहित विभिन्न कार्यालयों की जांच की थी।