भारत की एकता व अखंडता और संप्रभुता को खतरे में डालने वालों से ना रखें कोई भी रिश्ता - अल्लामा तौसीफ मियॉ
बरेली, उत्तर प्रदेश।
दरगाहेआलाहजरत बरेली शरीफ की अहम और बुजुर्ग शख्सियत नबीरा-ए-आलाहज़रत अल्लामा तौसीफ मियॉ साहब ने आज एक अहम बयान जारी करते हुए कहा कि मरकजे अहल-ए-सुन्नत दरगाहेआलाहजरत बरेली शरीफ हर तरह के आतंकवाद और हर तरह की हिंसात्मक सोच व करवाई के खिलाफ है,फिर चाहें यह धार्मिक उन्माद व आतंकवाद हो कि राजनितिक, सामाजिक हो कि आर्थिक,किसी भी धर्म के मानने वाले को इस तरह बेकसूर मारना,या उनका खुन बहाना,या उनके ऊपर जुल्म करना यह मानवता के भी खिलाफ है और उस धर्म के भी कि जिसके नाम की आड लेकर वह यह सब खुन खराबा कर रहा है,मरकज़े अहल-ए-सुन्नत दरगाहेआलाहजरत बरेली ने हमेशा इस तरह के धार्मिक उन्माद और इस तरह की हिंसात्मक सोच और अहिंसावादी कट्टरता की हर दौर में मज़ममत भी की है इस का विरोध भी किया है,आलाहज़रत और हमारे खानदान के बुजुर्गों के फतवे और धार्मिक पुस्तकें इस तरह की कट्टरता और इस तरह की अशान्ति व धार्मिक उन्माद फैलाने वालों के विरोध से भरी पड़ी हैं,इस लिए हम,हमारा खानदान और हमारा मरकज़ दरगाहेआलाहजरत कभी भी ऐसे लोगों की हिमायत नही करता बल्कि मज़हबे इस्लाम के विरुद्ध जाकर देश की एकता व अखंडता और इसकी संप्रभुता को जो भी खतरे में डालने का काम करता है उससे हम कोई रिश्ता व नाता नही रखते।