स्मृतिशेष का सम्मान ही श्रद्धांजलि सभा का मुख्य उद्देश्य - प्रो. रामकृष्ण
मरणोपरांत सकलदेव प्रसाद की आदरांजलि सभा का आयोजन।
रिपोर्ट :विनोद विरोधी
गया, बिहार।
यश:कायी सकलदेव प्रसाद की आदरांजलि सभा उनके पैतृक आवास बोधगया प्रखंड के मोचरिम ग्राम में आयोजित की गई जिसमें बामसेफ, अर्जक संघ, मूलनिवासी संघ आदि संगठनों के साथ - साथ परिवार, पड़ोसी एवं समाज के अनेक पुरुष, महिलाएं एवं बच्चे शामिल हुए। बोधगया व्यापार मंडल के अध्यक्ष एवं स्थानीय पूर्व मुखिया डॉ राजेश कुमार की अध्यक्षता एवं बामसेफ प्रदेश कार्यालय सचिव अजय विद्यार्थी के संचालन में भंते शिषमणि के निर्देशन में विश्वगुरु महामानव तथागत बुद्ध, संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर एवं गत 9 जनवरी 2025 को दिवंगत यश:कायी सकलदेव प्रसाद के चित्र पर परिवार एवं आगत अतिथियों द्वारा पुष्पांजलि कर आदरांजलि सभा की शुरुआत की गई। इस अवसर पर आदरणीय भंते जी के द्वारा बुद्ध वंदना, त्रिशरण एवं पंचशील की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। उनके सुपुत्र मुकेश रंजन एवं सुपुत्री सुषमा दयाल के द्वारा दिवंगत पिता की जीवनी एवं कार्य की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।मुख्य वक्ता सह गया कॉलेज गया के भूगोल विभाग के सेवानिवृत विभागाध्यक्ष डॉ रामकृष्ण यादव ने कहा कि स्मृतिशेष का सम्मान एवं परिवार की सांत्वना ही श्रद्धांजलि सभा आयोजित करने का मुख्य उदेश्य है। इस अवसर पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक संगठन बामसेफ के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मा. परशुराम मांझी, बामसेफ जिलाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार, प्रो रामरतन प्रसाद, मनोज प्रसाद,अर्जक संघ के जिलाध्यक्ष प्रहलाद राय, मुंगेश्वर यादव, संदीप पाटिल, आदि समाजसेवी तथा बुद्धिजीवियों द्वारा अपने -अपने विचार रखे गए।
कार्यक्रम के अंत में सुपुत्र प्रभात रंजन एवं छोटी सुपुत्री प्रतिभा सहाय के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन में सुनील कुमार, देवनारायण प्रसाद, विनोद कुमार, सुबोध कुमार, विकास कुमार, महेंद्र प्रसाद आदि का सक्रिय योगदान रहा।