मानसिक के साथ- साथ शारीरिक रुप से मजबूत होना जरुरी- जिला विद्यालय निरीक्षक
भानु प्रकाश
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
मानसिक के साथ- साथ शारीरिक रुप से मजबूत होना जरुरी- जिला विद्यालय निरीक्षक
उक्त बातें डा0 अमरकांत सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक गोरखपुर ने आज सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज आर्य नगर उत्तरी में आयोजित वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता के अवसर पर कहा।उन्होंने कहा कि बच्चों को जिम्मेदारी उठाने के लिए उनके कंधे मजबूत होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि मानसिक के साथ साथ शारीरिक रूप से मजबूत होना जरूरी है ।यह खेल के माध्यम से ही संभवहै। उन्होने महाराणा प्रताप का उदाहरण देते हुए कहा कि कैसे महाराणा प्रताप ने मुगलों से सघर्ष किया यहअनुकरणीयहै।विशिष्ट अतिथि डॉक्टर अमित कुमार श्रीवास्तव पूर्व चिकित्साधिकारी (भारतीय सेना) ने कहा कि खेल के माध्यम से बच्चे अपना भविष्य उज्जवल बना सकते हैं ।बच्चों के अंदर खेल भावना का विकास जरूरी है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डा0 महेंद्र अग्रवाल, अध्यक्ष, सरस्वती विद्या मंदिर महिला महाविद्यालय ने कहा कि हमें शारीरिक श्रम करना जरुरी है उन्होंने एक मोटे बच्चे का उदाहरण देते हुए कहा कि हमने बच्चे को मोटापा दूर करने के लिए खेल खेलने को कहा ।कुछ दिनों के बाद वह बच्चा आया तो और मोटा हो गया था पूछने पर बताया कि हम मोबाइल पर गेम तब तक खेलते हैं जब तक बैटरी डाउन नहीं हो जाती है ।खेल का मतलब मोबाइल पर गेम खेलना नहीं बल्कि फील्ड में शारीरिक रूप से खेलने से बताया । संस्थान प्रमुख शिव जी सिंह ने बच्चों को खेल के प्रति जागरुक करते हुए जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी ।उन्होंने शिक्षा के साथ-साथ स्वास्थ पर भी जोर दिया तथा आए हुए अतिथियों का आभार ज्ञापन किया । कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के प्रधानाचार्य विष्णु प्रताप सिंह ने किया उन्होंने सभी खेलों में सम्मिलित होने वाले बच्चों से मुख्य अतिथि एवं अन्य विशिष्ट अतिथियों का परिचय कराया । प्रतियोगिता में कबड्डी, खो खो, बैडमिंटन, बालीबाल कैरम, गोला फेक, चेस , रस्साकस्सी जैसे प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया ।इस अवसर पर बृजेश राम त्रिपाठी ,इंजीनियर संजीत श्रीवास्तव, भानु प्रकाश गुप्ता तथा विद्यालय के आचार्य आचार्या अरविंद कुमार राय ,विजय कुमार ,उमेश राय, राजकिशोर सिंह, दीप नारायण यादव , सरोज राय , सीमा गुप्ता ,डॉक्टर विरेन्द्र तिवारी, प्रदीप पाठक ,गोपाल सिंह अभयपटेल तथा भारी संख्या में छात्र एवं अभिभावक मौजूद रहे ।