विजय दिवस के 53 वें वर्षगांठ पर भारतीय सैनिक के शौर्य और बलिदान को कोटि- कोटि नमन
रिपोर्ट विनोद विरोधी
गया, बिहार
1971 के भारत- पाकिस्तान युद्ध में भारत के ऐतिहासिक जीत के नायक रहे भारतीय सेना के वीर सैनिकों के शौर्य और बलिदान को गया के कोतवाली थाना के समीप अवस्थित शहीद स्मारक पर कोटि कोटि नमन किया गया। इस अवसर पर उपस्थित बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मो खान अली, जिला उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह ,राम प्रमोद सिंह,शिव कुमार चौरसिया, श्रीकांत शर्मा, अमरजीत कुमार उज्जवल कुमार आदि ने कहा कि 16 दिसंबर को 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की ऐतिहासिक जीत के कारण मनाया जाता है,इस युद्ध के अंत के बाद 93हजार पाकिस्तानी सेना ने आत्मसमर्पण कर दिया था। 1971 के युद्ध में भारत और बांग्लादेश की संयुक्त सेना ने पाकिस्तान को पराजित किया, जिसके बाद पूर्वी पाकिस्तान स्वतंत्र हो गया, जो आज बांग्लादेश देश के नाम से जाना जाता है, यह युद्ध भारत के लिय ऐतिहासिक और हर देशवासियों के हृदय में उमंग पैदा करने वाला साबित हुआ।
यह जीत देश के लौह महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भारत को जीत दिला कर इतिहास एवं भूगोल दोनों बदलने का काम किया था, जिसकी चर्चा संपूर्ण विश्व में हुआ था।नेताओ ने कहा कि आज बांग्लादेश के लोग अपने आजादी के निशानी को मिटाने के लिए तुले हुए है, अपने राष्ट्रपिता के प्रतिमा को तोड़ विश्व मे आखिर क्या संदेश देना चाहते हैं?