छठ पूजा की तैयारियों में जुटा प्रशासन।
सत्य प्रकाश वर्मा
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
सूर्य षष्ठी छठ पूजा महोत्सव 7 नवंबर सायं काल सूर्यास्त के समय गंगा जल से अर्घ्य एवं दूसरे दिन 8 नवंबर को प्रातः सूर्योदय के समय गंगा जल और दूध से अर्घ्य दिया जाएगा । यह पर्व पुत्र प्राप्ति एवं उनके दीर्घायु एवं सुख समृद्धि हेतु भगवान सूर्य देव एवं उनकी बहन छठी माता को सूप में अनेक प्रकार के फल सब्जियां रखकर गंगा जल में खड़े होकर व्रत रखने वाले महिला या पुरुष द्वारा सूर्यभगवान समर्पित किया जाता है।
नदी तालाब के तट पर भारी संख्या में परिवार के सदस्य एकत्र होकर सूर्य भगवान की आराधना करते है।
इस बार गोरखपुर में राप्ती तट पर मुख्य रूप से बसंतपुर तकिया शंकर घाट का तट सुरक्षित न होने के कारण प्रशासन ने वैकल्पिक व्यवस्था की तालाब जैसा गड्ढा खोदकर नदी के पास ही पूजा स्थल का निर्माण करवाया है। जिससे लोग सुरक्षित रहकर पूजा की सकें। सभासद विजेंद्र अग्रहरी ने हनुमानगढ़ी घाट , बसंतपुर तकिया घाट ,के लिए खड़ंजा सड़क भी बनाया है जिससे आने जाने में महिलाओं बच्चों को दिक्कत न हो। रोशनी का भी प्रबंध किया जाता है। सबसे सुरक्षित स्थान राजघाट के पास गुरु गोरक्षनाथ घाट, एवं नदी के पश्चिम राम घाट पर व्यवस्था है। यहां पर रिवर फ्रंट पक्के घाट बन चुके हैं। कृपया गोरखपुर के लोग इसी स्थान पर पहुंचे और सुरक्षित
रहकर पूजा करें।