5वीं मोहर्रम के रिवायती शाही जुलूस का बक्शीपुर चौराहे पर सपा कार्यकर्ताओं ने किया खैरकदम किया।
मोहम्मद आजम
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
पिछले 350 सालों से इमामबाड़ा इस्टेट से मियां साहब का शाही, रवायती, कदीमी जुलूस अपनी परम्परा के अनुसार बड़े अदवो एहतराम के साथ अमन एवं शान्ति का संदेश देते हुए निकलता चला आ रहा है।
इस जुलूस की कयादत इमामबाड़ा इस्टेट के सज्जादानशीन अदनान फर्रूख शाह "मियां साहब" के साहबजादे अयान शाह साहब ने किया।
हर साल की तरह इस साल भी 5वीं मोहर्रम को इमामबाड़ा स्टेट से निकलने वाले इस रिवायती शाही जुलूस का बक्शीपुर चौराहे पर खैरमकदम किया गया ।
समाजवादी पार्टी के पूर्व महानगर सचिव श्री आफताब अहमद एवं इम्तियाज़ अहमद के नेतृत्व में बक्शीपुर चौराहे पर इमामबाड़ा स्टेट सैय्यद अदनान फर्रूख अली शाह "मियां साहब" के साहबजादे सैय्यद अयान अली शाह साहब "छोटे मियां साहब" को माला पहनाकर, बुके देकर और शान्ति के प्रतीक सफेद गुब्बारे को आसमान में उड़ाया गया।
हर साल परंपरागत तरीके से इमामबाड़ा स्टेट के गद्दीनशीन मियां साहब के नेतृत्व में जुलूस निकाला जाता है इस जुलूस का जगह जगह खैरमकदम किया जाता है। इस साल "मियां साहब" के साहबजादे सैय्यद अयान अली शाह साहब "छोटे मियां साहब" अपने काफिले के साथ जुलूस लेकर इमामबाड़ा एस्टेट के पश्चिमी गेट से निकले। काफिले में बैंडबाजा, परंपरागत ढोल-ताशे के साथ घुड़सवार, खास परिधानों में जुलूस का आकर्षण बढ़ा रहे थें।
जुलूस में भीड़ का आलम यह था कि कहीं पैर रखने तक की जगह नहीं थी। जुलूस देखने वाले सड़क के दोनों ओर की पटरियों पर जमा थें, जबकि आसपास की छतें महिलाओं से भरी थीं। शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में महिला-पुरुष जुलूस देखने आए हुए थें।
खैरमकदम के इस प्रोग्राम में आफताब अहमद, इम्तियाज़ अहमद, आकिब अंसारी, एहतेशाम हुसैन समीर,इरफान उल्लाह, हाजी कौसर साहब, आमिर अंसारी, इमरान अहमद, अनूप यादव, रफीक अहमद, विनोद यादव, शमीम अहमद, हिमालय कुमार, मोहम्मद सहजाद, सैय्यद इरफ़ान अली, सहाबुद्दीन अली वगैरह शामिल हुए।