अक्षय तृतीया के दिन बाल विवाह की परंपरा रोकने की होगी पहल।
शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया,पश्चिमी चंपारण, बिहार।
शिक्षा विभाग ने बाल विवाह रोकने की प्रथा को लगाम देने के लिए बच्चों के ट्रैकिंग करने जागरूकताअभियान चलाएगी।
इसके लिए शिक्षा विभाग ने अक्षय तृतीया के दिन ऐसा देखा गया है कि बाल विवाह का अधिकतर मामले सामने आते हैं, बाल विवाह पर लगाम लगाने के लिए जागरूकता अभियान चलाने के क्रम में विद्यालय से एक महीना से अधिक गायब हो रहे बच्चों का ट्रैकिंग की जाएगी। विद्यालय से बाहर रहने वाले बच्चों के बारे में ऐसी शिकायत राष्ट्रीय बाल अधिकारआयोग और समाज कल्याण विभाग को ऐसी सूचना मिल रही थी कि स्कूल से बाहर रहने वाले बच्चों का बाल विवाह की परंपरा अभी भी जारी है।राष्ट्रीय बाल अधिकारआयोग को सूचना मिली है किअक्षय तृतीया के दिन,जो इस बार 10 मई को पड़ रहा है,अधिक संख्या में बाल विवाह होने की संभावना व्यक्त की गई है,इसलिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने इस पर पैनी नजर रखने हेतु 1अप्रैल 2024 को जिला स्तरीय बैठक में,जिला के सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियो की बैठक बुलाई है,इसके लिए पूर्व से ही बाल विवाह जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता पड़ेगी।