जीएमसीएच में जल निकासी की व्यवस्था चरमराई, शौचालय का पानी से परिसर हुआ जलमग्न।
शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया,पश्चिमी चंपारण, बिहार।
स्थानीय सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सी ब्लॉक में जल निकासी की व्यवस्था चरमरा गई है,यहां पूरे क्षेत्र में गंदा पानी जमा हो गया है,जिसकी निकासी नहीं हो रही है।सी ब्लॉक स्थित निचले तल में बने वेटिंग हॉल में गंदा पानी जमा हो गया है। वेटिंग हॉल पूरी तरह से गंदा पानी से भरा पड़ा है। इस दौरान अस्पताल में आए मरीज के परिजनों को काफी परेशानियां उठानी पड़ रही है। वेटिंग हॉल में लगे पेयजल मशीन से पानी लेने के लिए लोगों को काफी मशक्कत उठानी पड़ रही है। इस दौरान वेटिंग हॉल में लगी सभी कुर्सियां खाली पड़ी हुई है लोगअस्पताल में बाहर घूमते नजरआए,वही इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीज के साथ पहुंचे कई रोगी के परिजनों ने संवाददाता को बताया कि अस्पताल में इस भवन का निर्माण हुए अभी 2 वर्ष भी पूरे नहीं हुए हैं,अन्य बिल्डिंग में कई कार्य चल रहा है,इसके बाद भी प्रतिदिन किसी न किसी तरह की समस्या से आम लोगों को जूझना पड़ रहा है।अस्पताल कर्मियों का कहना है किअस्पताल के विभिन्न फ्लोर में शौचालय का पानी बहना कोई नई बात नहीं है। वेटिंग रूम से पहले एंबुलेंस पार्किंग एरिया में शौचालय का पानी बह रहा था,रोगियों का कहना है कि पीने के पानी की मशीन ऐसी जगह पर है जहां ऐसी स्थिति में जाना मजबूरी बन जाता है। इस अस्पताल की स्थिति इतनी दयनीय हो गई है कि रोगी और उसके परिजन इलाज कराना भी नहीं चाह रहे हैं। जिला स्थित इतने बड़े सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल का कोई देखने वाला नहीं है। स्थानीय सांसद, विधायक तो कभी झांकी भी नहीं पारते हैं,स्थानीय जनप्रतिनिधि को भी कुछ मतलब नहीं है। सरकार ने इतना बड़ा हॉस्पिटल बनवाकर बहुत बड़ी गलती की है,यहां किसी प्रकार का कोई प्रबंध सही नहीं है।प्रतिदिन इस अस्पताल में रोगियों के मरने के कारण रोगियों और उनके परिजनों के द्वारा तोड़फोड़, मारपीट,गाली गलौज की स्थिति बनी रहती है।डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ भी समय पर ड्यूटी नहीं दे पाते हैं। डॉक्टर तो हमेशा अनुपस्थित ही रहते हैं,इस मेडिकल कॉलेज के जितने भी वार्ड, ओपीडी,इमरजेंसी,आईसीयू, बर्नवार्ड,प्रसव,महिला वार्ड, जैसे सभी वार्डों की स्थिति बद से बदतर है।