जो बुंदेलखंड का नहीं वो किसी काम का नहीं, इन राज्य विरोधी सांसदों हो हरा दें।
डॉ. रामजी शरण राय
दतिया, मध्यप्रदेश।
बुंदेलखंड राज्य निर्माण तीन साल के भीतर करवा दिए जाने का वचन हम बूंदेलियो से रामराजा सरकार ओरछा धाम को साक्षी मान के किया गया था।
तीन साल की जगह दस साल पूरे होने को हैं , पर वचन पूरा नहीं किया गया। हमीरपुर महोबा के भाजपा सांसद पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल जिन्होंने लोकसभा में राज्य निर्माण की मांग आठ बार उठाई परंतु बुंदेलखंड क्षेत्र के शेष आठों सांसदों ने लोकसभा में राज्य निर्माण का समर्थन नहीं कर मौन धारण किये रखा जो दर्शाता है कि ये आठों सांसद बुंदेलखंड राज्य के विरोधी है।
बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा द्वारा इन आठों सांसदों का अनेक बार पुतला जलाकर विरोध किया गया फिर भी इन्होंने बुंदेलखंड राज्य की मांग लोक सभा में नहीं उठाई यह दर्शाता है कि ये पृथक राज्य के विरोधी है।
राम राजा सरकार के चरणों में राम बंधन पुजवाकर इन आठ सांसदों क्रमशः भानू वर्मा, वीरेंद्र खटीक, विष्णु दत्त शर्मा, अनुराग शर्मा, राज बहादुर सिंह, आर. के. पटेल, संध्या राय एवं प्रहलाद पटेल के निर्वाचन क्षेत्र मे लोगों की कलाई में राम बंधन बांधते हुए कहा जाएगा कि "तुमैं राम कौ कौल" इन आठों सांसदों को हरा दें जिससे आने वाले समय मे कोई भी जनप्रतिनिधि हम बुंदेलियों को फिर से न छल सके*।
ये आठ सांसद अंध भक्त की भाँति जुमले बाजों का अनुसरण कर बुंदेलखंड राज्य का साथ नहीं दे रहे है इसलिए केवल चुनाव में बुंदेली बनने बाले नेताओं को चुनाव में हरा कर सबक सिखाना ही पड़ेगा* दतिया में अधिवक्ताओं का अच्छा समर्थन प्राप्त हुआ।
रामराजा सरकार के श्री चरणों में रामवन्धन पुजवाकर पर्चे बाँटने एवं राम बंधन बांधकर माँ पीताम्बरा मन्दिर के द्वार से दतिया के बाजारो में उक्त सांसदों को बोट ना देने की अपील की गयी। पर्चे बाँटने एवं राम बंधन बांधने वालों मैं मोर्चा अध्यक्ष भानू सहाय , जगदीश तिवारी , एडवोकेट अशोक सक्सैना , रघुराज शर्मा , वरूण अग्रवाल,कुँअर बहादुर आदिम , हनीफ खान , राघवेन्द्र समाधिया, विशाल, अशोक अधिवक्ताश्रीवास्तव, प्रदीप नाथ झा, प्रभूदयाल कुशवाहा , मुकेश शर्मा, लाल सिंह गौर , अरूण रायकवा ,मुकेश वर्मा , बृजेश राय , नरेश वर्मा , आदि उपस्थित रहे।