शिक्षा में गुणवता सुधारने को लेकर मिशन दक्ष के संबंध में जिला पदाधिकारी प्रणव कुमार की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया।
ब्यूरो चीफ अंजुम शहाब की रिपोर्ट मुज़फ्फरपुर बिहार।
शिक्षा विभाग के कार्यकारणी समिति एवं शिक्षा में गुणवत्ता सुधारने को लेकर मिशन दक्ष के संबंध में जिला पदाधिकारी प्रणव कुमार ने संबंधित पदाधिकारी के साथ बैठक की। कार्यकारणी समिति के बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने सिविल वर्क, निलामी के संबंध में सदस्यों को अवगत कराया। जिला पदाधिकारी ने निदेश दिया की प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी और कनीय अभियंता संयुक्त रूप से स्कूल भवन का भौतिक सत्यापन करेंगे। शत-प्रतिशत सभी विद्यालयों का डाटा वेश प्रतिवेदित करेंगे, जिसमें कमरा, बेंच डेस्क की उपलब्धता को बतायेंगे। शिक्षा पदाधिकारी ने बताया की 237 विद्यालय भूमिहीन है, जिसमें से मात्र 09 विद्यालय का ही जमीन चिन्हित किया गया है। जिला पदाधिकारी ने निदेश दिया की अंचलाधिकारी के समन्वय एवं सतत् प्रयास से पोषण क्षेत्र में जमीन चिन्हित करायें। वार्षिक अनुदान की राशि को नियमानुसार व्यय करने का निदेश दिया गया। उन्होंने बताया की शौचालय की साफ-सफाई लगातार एवं अनिवार्य रूप से होनी चाहिए। मिशन दक्ष सरकारी विद्यालयों में बच्चों को दी जा रही शिक्षा की गुणवता सुधारने हेतु है। इसका मुख्य उद्देश्य दसवीं कक्षा तक Drop out rate को नगण्य करना। मिशन प्रारंभ करने की तिथि 01 जनवरी 2023 से है। जबतक उद्देश्य पुरा न हो, मिशन चलता रहेगा। कक्षा 03 से कक्षा 08 तक के विद्यार्थियों को इसमें आच्छादित किया गया है। इस मिशन में टोला सेवकों को भी लगाया जाएगा। उन्हें भी 5 कमजोर विद्यार्थी सौंपे जायेंगे। वैसे बच्चों को शिक्षकों तक पहुॅचाने का दायित्व उन्हें सौंपा जायेगा। मिशन दक्ष के तहत भी माध्यमिक विद्यालयों के अध्यापक/शिक्षक प्रारंभिक विद्यालयों में जाकर पाॅच-पाॅच बच्चों को कक्षाएं प्रतिदिन लेंगे। बी.आर.सी./सी.आर.सी. में उपलब्ध मानव संसाधन का भी उपयोग किया जायेगा। कमजोर विद्यार्थियों को पढ़ाने का दायित्व Istructor को भी दिया जायेगा। 2023-24 में वार्षिक परीक्षा मार्च में ली जायेगी, जिसमें मिशन दक्ष में सम्मिलित बच्चें भी परीक्षा देंगे। जिला स्तर पर भी वैसे बच्चों की अलग से परीक्षा ली जाएगी। जिला स्तर पर डायट में परीक्षा होगी। मिशन के सफलता या असफलता के लिए सभी प्रारंभिक/माध्यमिक विद्यालयों के अध्यापकों/शिक्षकों को जिम्मेदार माना जाएगा। यदि किसी भी दिन 06 कक्षाएं (चेतना सत्र को छोड़कर और मिशन दक्ष की कक्षाओं को मिलाकर) उनके द्वारा नहीं ली जाती है, तो यह माना जाएगा कि वे विद्यालय में केवल सशरीर ही उपस्थित थें और उस दिन का वेतन भुगतान नहीं किया जायेगा। पिरामल ने मिशन प्रगति के संबंध मंे अपने कार्य योजना को भी बैठक में रखा। बैठक में उप विकास आयुक्त आशुतोष द्विवेदी, जिला शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार सिंह, जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी दिनेश कुमार आदि पदाधिकारीगण मौजूद थें।