जिला में जनता का सुन्दर राज हेतु जन सुराज का अभियान।
शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया, बिहार।
जिला में जान सुराज का अभियान बड़ी तेजी से पूरे चंपारण क्षेत्र में चल रहा है, इसका मुख्य मकसद सत्ता परिवर्तन से संबंधित है, बिहार के लोगों को 32 वर्षों तक विभिन्न पार्टियों के द्वारा थमने का काम किया गया है मगर अब बिहार वासी के साथ-साथ जिला वासी भी ठागाने का काम नहीं करेंगे,अब इस जिले में जागरूकता आ गई है,इस जागरूकता अभियान के लाने में जन सूराज का एक महान योगदान है। इस जागरूकता अभियान से इस जिला में परिवर्तन होना तय माना जा रहा है।जन सुराज के प्रणेता प्रशांत किशोर का संकल्प है कि जिला के साथ पूरे में बिहार में जनता का सुन्दर राज स्थापित न हो जाए तब तक वे चैन से नहीं बैठेंगे। उक्त बातों की जानकारी संवाददाता को जन सुराज के जिला मुख्य प्रवक्ता,गयासुद्दीन ने दी है, इन्होंने इस बात की भी जानकारी दी कि बगहा पुलिस जिला में भी जन सूराज का कार्यालय खोल दिया गया,साथ ही संगठन का विस्तार भी कर दिया गया है, इसके साथ ही वहां भी जागरूकता अभियान बड़ी जोर शोर से चल रही है। बेतिया जिला कार्यालय पर आए गयासुद्दीन ने कहा कि प्रशांत किशोर की पदयात्रा निरंतर जारी है,जन सुराज के प्रणेता,प्रशांत किशोर ने बदहाल बिहार में जनता का सुन्दर राज स्थापित करने के मकसद से ही गांव गांव पैदल चल रहे हैं और लोगों की समस्याओं को अपनी नज़रों से देख -समझ रहे हैं,साथ ही जागरूकता अभियान पैदल मार्च करके भी कर रहे हैं। गयासुद्दीन ने कहा कि जिस तरह आम लोगों की भीड़ पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर को देखने सुनने को मिल रही,उससे यह साबित हो जाता है कि पिछले बत्तीस वर्षों के लालू-नीतीश और भाजपा राज से जनता में त्राहि-त्राहि मच गई है,तथा बदलाव के लिए आम जनता बेचैन है।जिला मुख्य प्रवक्ता, गयासुद्दीन ने जानकारी दी कि प्रशांत किशोर पिछले वर्ष ही दो अक्तूबर गांधी जयंती के दिन से पश्चिम चंपारण जिले के भीतिहरवा गांधीआश्रम से अपनी यह पदयात्रा शुरू की थी,जो पश्चिमी चंपारण,पूर्वी चंपारण,शिवहर,गोपालगंज, सीवान,छपरा,वैशाली, समस्तीपुर,मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी जिलों में पूरी करते हुए फिलहाल मधुबनी जिले में जारी है।इस चौदह महीने में जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार,प्रशांत किशोर ने उत्तर बिहार के ग्यारह जिलों के 34 अनुमणडलों,194 प्रखण्डों और 89 विधानसभा क्षेत्रों के करीब 44 सौ गांवों की पदयात्रा पूरी कर ली है,जहां जनता से उनके घरों तक पहुंच कर सीधे जुड़ने और उनकी समस्याओं को स्वयं समझने - देखने का काम किया है। आज़ाद भारत के इतिहास में यह पहली घटना है।महात्मा गांधी के विचारों से लबरेज,डॉ भीमरावअम्बेडकर,राममनोहर लोहिया,लोक नायक जयप्रकाश नारायण,जन नायक कर्पूरी ठाकुर की समाजवादी सोंच को अपने चिंतन में शामिल कर प्रशांत किशोर इस यात्रा के माध्यम से समाज के सभी वर्गों के लोगों को एकजुट करने के साथ साथ जात-पात और धर्म से ऊपर उठकर अपने व अपने बच्चों के सुन्दर भविष्य के लिए जन सुराज अभियान को सफल बनाने का आह्वान कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर का एलान है कि संपूर्ण बिहारियों को संगठित कर उनकी ताकत से अगामी विधानसभा चुनाव में बिहार की भ्रष्टाचारी,जन विरोधी और जातिवादी सत्ता को उखाड़ फेंकना है,वे लोगों से जन सुराज की सोंच को स्थापित कर बिहार में बेहतर व्यवस्था बनाने में सहयोगी बनने का आह्वान भी कर रहे हैं।