मदरसा कादरिया में हुआ ओपन बुक कॉम्पिटिशन, छात्राओं में दिखा उत्साह।
हजरत अबू बकर व हजरत उमर बहुत महत्वपूर्ण और सम्मानित हस्तियां हैं - कारी शराफत
सैय्यद फरहान अहमद
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
अलहदादपुर स्थित मदरसा कादरिया तजवीदुल कुरआन लिल बनात में ओपन बुक कॉम्पिटिशन हुआ। मदरसे की छात्राओं ने उत्साह के साथ बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। 'द स्टोरी ऑफ हजरत अबू बकर व उमर' बुक के जरिए करीब चालीस मिनट में तीस बहुविकल्पी सवालों का जवाब विभिन्न कक्षाओं में पढ़ने वाली करीब 40 से अधिक छात्राओं ने बहुत सावधानीपूर्वक दिया। ओपन बुक कॉम्पिटिशन का आयोजन अल कलम एसोसिएशन, मकतब इस्लामियात, जामिया अल इस्लाह एकेडमी व ट्रैवेल प्वाइंट के जरिए किया जा रहा है। कॉम्पिटिशन का परिणाम सोमवार 10 नवंबर को घोषित किया जाएगा। राजस्थान के मुफ्ती खालिद अय्यूब मिस्बाही द्वारा पहला, दूसरा व तीसरा स्थान प्राप्त करने वाली छात्राओं को पुरस्कृत किया जाएगा। वहीं प्रतिभाग करने वाली सभी छात्राओं को प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा।
मदरसे के प्रबंधक कारी शराफत हुसैन कादरी ने कहा कि हजरत अबू बकर रदियल्लाहु अन्हु और हजरत उमर रदियल्लाहु अन्हु बहुत महत्वपूर्ण और सम्मानित हस्तियां हैं। इस्लाम के पहले व दूसरे खलीफा पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के सबसे करीबी साथी और सलाहकार थे। दोनों खलीफा अपनी दयालुता, विनम्रता और अल्लाह व उसके रसूल के प्रति पूर्ण समर्पण के लिए जाने जाते हैं। आपने एक कुशल प्रशासनिक व्यवस्था स्थापित की और आम लोगों के अधिकारों व न्याय सुनिश्चित किए। हजरत अबू बकर ने इस्लाम की नींव को मजबूत किया, जबकि हजरत उमर ने उस नींव पर एक विशाल और न्यायपूर्ण साम्राज्य का निर्माण किया। दोनों का इस्लाम में बहुत ऊंचा स्थान है।
ओपन बुक कॉम्पिटिशन में कारी मुहम्मद अनस नक्शबंदी, नेहाल अहमद, साहिबा खातून, निशात फातिमा, मेहरून निसा, तसलीमा खातून, महजबीन खान सुल्तानी, शाहीन फातिमा सुल्तानी, गौसिया अंजुम सुल्तानी, फरहीन फातिमा कादरी, नौशीन फातिमा कादरी, जमातुन निसा कादरी, शिफा खातून कादरी, हाफिज रहमत अली निजामी, मुजफ्फर हसनैन रूमी, आसिफ महमूद आदि ने महती भूमिका निभाई।
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