कभी भुलाई नहीं जा सकती शहीद अल्लामा फज़ले हक़ की क़ुर्बानी।
अयाज अहमद
सीतापुर, उत्तर प्रदेश।
मदरसा अल्लामा फजले हक खैराबादी मेमोरियल कॉलेज में 1857 के अमर शहीद हज़रत अल्लामा फजले हक खैराबादी अलैहिर्रहमा की 163वीं पुण्यतिथि पर बच्चों एवं शिक्षकों ने प्रभात फेरी निकाली और अल्लामा फजले हक़ अमर रहे मंगल पांडेय अमर रहे राजा हर प्रसाद अमर रहे के सुभाष चंद्र बोस अमर रहे के जोशीले नारों से पूरा वातावरण गुंजायमान हो उठा। बच्चों ने अल्लामा फजले हक़ स्मारक पहुंचकर श्रद्धा सुमन अर्पित किये। लोगों को सम्बोधित करते हुए संस्था प्रबंधक नजमुल हसन शोएब मियां ने कहा कि अल्लामा फजले हक़ की 1857 की कुर्बानी को कभी भुलाया नहीं जा सकता, पर अफसोस है कि आज इतिहास में कहीं भी आपका नाम तक दर्ज नहीं है।
संस्था के संस्थापक क़ाज़िम हुसैन ने कहा कि 1857 में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अमर शहीद अल्लामा फजले हक खैराबादी ने अंग्रेजों के खिलाफ जेहाद का फतवा दिया कि अंग्रेजों हिन्दुस्तान छोड़ो, इसके बाद मुस्लिम समुदाय के लोग घरों से बाहर निकलकर अंग्रेजों से युद्व करने मैदान में आ गए। सैकड़ों की तादाद में उलमाए किराम मौलानाओं को क़त्ल कर दिया गया और अल्लामा को गिरफ्तार करके मुक़दमा चलाया गया। सन 1859 में आपको काले पानी की कड़ी सज़ा देते हुए अंडमान निकोबार द्वीपसमूह के क़ैदख़ाने में डाल दिया गया। तत्पश्चात 20 अगस्त 1861 को आप की मृत्यु उसी क़ैदख़ाने में हो गई। इसीलिए आज हम सब उनको श्रद्धांजलि देने के लिए इकट्ठा हुए हैं ।
कार्यक्रम संचालक प्रधानाचार्य एहतिशाम आलम ने कहा कि अल्लामा साहब के नाम से इस संस्था को कायम किया गया, क्योंकि शिक्षा के द्वारा ही सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की जा सकती है। इसके बाद बच्चे नई बाजार,लतीफ़ मार्केट, शीशे वाली मस्जिद आदि होते हुए वापस मदरसे पहुंचे, जहां पर एक सभा हुई। संस्था के पूर्व प्रधानाचार्य, विशेष सलाहकार एवं सहयोगी सदस्य कारी इस्लाम अहमद आरफी ने कहा कि अल्लामा फजले हक़ इसी क़स्बा खैराबाद के रहने वाले थे। वह बेहतरीन शिक्षक के साथ एक अच्छे शायर, पत्रकार और लेखक भी थे, लेकिन अफ़सोस कि आज उन्हीं का नाम इतिहास के पन्नों से गायब कर दिया गया है। इस मौके पर मदरसे के शिक्षक अब्दुल हफ़ीज़, हाफ़िज़ मुशीर, सिराज अहमद, कामरान खान, उमैर आज़ाद, अकील अहमद मुन्ना तथा समस्त स्टाफ मौजूद रहा। कार्यक्रम को सफ़ल बनाने में पुलिस प्रशासन का भी पूरा सहयोग रहा।