भक्तों की मनोकामना पूर्ण करतें हैं बड़हरा वैद्य के बाबा स्वयंभू...
सैकड़ों वर्ष से गांव में झारखण्डी महादेव के नाम से जाने जाते हैं बाबा स्वयंभू...
निचलौल स्टेट के राजा रत्न सेन के राज्य वैद्य थे इसी गांव के निवासी...
चौक बाजार,महराजगंज,उत्तर प्रदेश
जनपद मुख्यालय से 12 किलोमीटर उत्तर दिशा में स्थित बड़हरा वैद्य में अति प्राचीन शिवलिंग विद्यमान हैं। जिन्हें लोग भगवान स्वयंभू के नाम से जानते हैं । सैकड़ों वर्ष पहले यह गांव नहीं था बल्कि घना जंगल से घिरा हुआ था । जिसका नाम बड़हरा जंगल था । उसी जंगल के बीच में एक विशाल पीपल का पेड़ था । उसी के जड़ में भगवान स्वयंभू प्रकट हुए और आज भी विद्यमान हैं ।
खुले आसमान के नीचे रहने वाले बाबा महादेव सावन माह और शिवरात्रि में क्षेत्रीय लोगों के आस्था का केंद्र बना हुआ हैं। श्रुतियों के अनुसार सैकड़ों वर्ष पूर्व यह संपूर्ण क्षेत्र निचलौल स्टेट के नाम से जाना जाता था । यहां के महाराजा वृषभ सेन के पास कोई संतान नहीं था । उन्हें संतान न होने का हमेशा दुःख बना रहता था । उन्होंने अपनी चिंता अपने राज्य वैद्य से जाहिर किया । वैद्य ने राजा रानी दोनों को जड़ी बूटियों का दवा बनाकर खिलाया जिससे राजा को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई और राजा ने इस क्षेत्र को अपने राज्य वैद्य को प्रसन्न होकर उपहार में दे दिया । तभी से इस गांव का नाम बड़हरा वैद्य पड़ा गया । और लोग भगवान स्वंभू बाबा का पूजा अर्चन करने लगे । आज भी इस गांव क्षेत्र के लोग अपना हर शुभ कार्य शुरू करने से पहले बाबा स्वयंभू का आशीर्वाद लेते हैं ।