शासन ने तेज तर्रार आईपीएस ऑफिसर विक्रांत वीर को बनाया बलिया का नवागत पुलिस अधीक्षक।
इसके पहले भी अपर पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनात रह चुके हैं नये कप्तान
बलिया में अवैध वसूली का भंडाफोड़ एसपी, एएसपी,पर गिरी गाज
रिपोर्ट - धनंजय शर्मा
बलिया। पुलिसकर्मियों द्वारा ट्रैकों से अवैध वसूली के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसपी देवरंजन वर्मा को हटा दिया है। उन्हें मुख्यालय से सम्बद्ध करते हुए प्रतीक्षालय में रखा गया है। साथ ही एडिशनल एसपी का भी तबादला कर दिया गया है। इतना ही नहीं सीओ को भी सस्पेंड किया गया है। इस मामले में जांच अब विजिलेंस द्वारा कराया जाएगा। शासन ने तेज तर्रार आईपीएस ऑफिसर विक्रांत वीर को बलिया का पुलिस अधीक्षक बनाया है।
बताते चलें कि आईपीएस विक्रांत वीर को यूपी सरकार ने बलिया का पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनात किया है। उन्नाव और हाथरस में पुलिस अधीक्षक, लखनऊ में पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) तथा अयोध्या में सहायक पुलिस अधीक्षक तथा कानपुर में भी सहायक पुलिस अधीक्षक (परिवीक्षाधीन) के पद पर तैनात रहे,आईपीएस विक्रांत वीर वर्ष 2017 में बलिया में अपर पुलिस अधीक्षक( उत्तरी) के रूप में तैनात रह चुके हैं। ये बिहार के नालंदा के रहने वाले हैं। गौरतलब हो कि बुधवार की रात एडीजी वाराणसी जोन पियूष मोर्डिया व आजमगढ़ वैभव कृष्ण की रेड के बाद बलिया पुलिस में खलबली मच गई है। अधिकारियों की रेड में 18 लोग गिरफ्तार किये गये हैं। जिसमें दो पुलिसकर्मी शामिल है। इस मामले में थानाध्यक्ष समेत करीब नौ पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया। तथा पुलिस चौकी कोरंटाडीह सस्पेंड कर दी गई। मौके से भाग निकले तीन अन्य पुलिस कर्मियों पर भी मुकदमा दर्ज किया गया। इस मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने क ड़ा एक्शन लिया है। सीएम के निर्देश पर एसपी बलिया देव रंजन वर्मा को गुरुवार की देर शाम को हटा दिया गया है। एडिशनल एसपी को भी हटा दिया गया है। वहीं सीओ को भी निलंबित किया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने निलंबित सीओ, एचएसओ नरही और चौकी कोरंटाडीह की संपति को भी जांच के निदेश दिए हैं।