इमाम हुसैन की याद में गौसे आज़म फाउंडेशन ने फल बांटा।
इमाम हुसैन ने दुनिया को दिया सब्र व इंसानियत का पैग़ाम।
सेराज अहमद कुरैशी
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
पहली मुहर्रम से शुरु हुआ ‘जिक्रे शोह-दाए-कर्बला’ की महफिलों का दौर तीसरी मुहर्रम को भी जारी रहा। ‘शोह-दाए-कर्बला’ का जिक्र सुन सबकी आंखें नम रहीं। शहर की एक दर्जन से ज्यादा मस्जिदों व घरों में कर्बला की दास्तान सुनी और सुनाई जा रही है। गोरखनाथ, रहमतनगर, तुर्कमानपुर आदि मोहल्ले के युवा रोजा रख कर अल्लाह की इबादत कर रहे हैं। ग़ौसे आजम फाउंडेशन ने दरगाह हज़रत मुबारक खां शहीद नार्मल पर इमाम हुसैन की याद में फल बांटा। जिसमें जिलाध्यक्ष समीर अली, मो. फैज, मो. जैद कादरी, अमान अहमद, रियाज़ अहमद, मो. जैद, नूर मोहम्मद दानिश, अब्दुर्रहमान, मो. शारिक, एहसन खान आदि ने हिस्सा लिया। मदरसा दारूल उलूम हुसैनिया दीवान बाजार में मौलाना महमूद रज़ा कादरी के संचालन में संगोष्ठी हुई। शिक्षक आसिफ महमूद ने जमुनहिया बाग गोरखनाथ में लोगों को शर्बत पिलाया।