यूपी में लोकतंत्र का चौथा स्तंभ सुरक्षित नहीं - अभय त्रिपाठी
हफ़ीज अहमद खान
कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश।
उत्तर प्रदेश के जौनपुर में एक पत्रकार को गोलियों से छलनी कर दिया गया। प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि उनके सीने में 4 गोलियां मारी गईं। सोमवार की सुबह वे घर से किसी काम के लिए बुलेट से निकले थे। इसी दौरान घटना को अंजाम दिया गया। हत्या के बाद क्षेत्र में तनाव फैला हुआ है। कई थानों की फोर्स मौके पर बुलाई गई है। घटना को लेकर पत्रकारों में रोष है। आशुतोष श्रीवास्तव किसी काम से बाइक सवार कुछ युवकों ने उन्हें बहाने से रोक लिया। बुलेट रुकते ही बाइक सवार युवकों ने गोलियां बरसानी शुरू कर दी। प्रतापगढ़ में भी जर्नलिस्ट को मारी गोली
प्रतापगढ़ में भी पत्रकार को गोली मारने का मामला सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आज अखबार के पत्रकार बसंत सिंह को गोली मार दी गई। इस घटना में पत्रकार की मौत का दावा किया। हालांकि, बाद में उनके घायल होने की जानकारी सामने आई। उनके पैर में गोली लगने का मामला आया है। वही कानपुर जर्नलिस्ट क्लब के महामंत्री अभय त्रिपाठी ने कहा कि यूपी में लोकतंत्र का चौथा स्तंभ सुरक्षित नहीं,जौनपुर में पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की हत्या, प्रतापगढ़ में बसंत सिंह को सरेराह गोली मार दी गयी और रायबरेली में राघव त्रिवेदी की पीटे जानें की घटना अत्यंत दुखद एवं निंदनीय है, कानपुर जर्नलिस्ट क्लब इसकी कड़ी भर्त्सना करता है। इस अमानवीय कृत्य को अंजाम देने वाले अपराधियों को सख्त से सख्त सज़ा दी जाए। जब लोकतंत्र का चौथा स्तंभ ही खौफज़दा होगा तो देश की,गरीब-मजलूमों की आवाज कैसे उठाएगा।