हीट वेव/लू से बचने हेतु एडवाइजरी जारी।
जिलाधिकारी ने जनपद वासियों से हीटवेव से बचने की अपील की
लू प्रकोप व गर्म हवा से बचें लोग, बचाव और उपाय को अपनाएं - जिलाधिकारी
रिपोर्ट - मनोज कुमार पाण्डेय
बलिया। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण अध्यक्ष/ जिला अधिकारी रविंद्र कुमार ने सर्व साधारण को सूचित किया है कि ग्रीष्म कालीन ऋतु प्रारंभ हो चुकी है उक्त ग्रीष्मकालीन ऋतु/ हीट वेव/लू के प्रभाव से बचाव हेतु दिशा - निर्देशों का पालन करते हुवे कम किया जा सकता है। तदनानुसार निम्न दिशा - निर्देश निर्गत किए जाते है:-
पर्याप्त मात्रा में पानी तरल पदार्थ जैसे छाछ, नींबू का पानी, आम का पना का उपयोग करें। हल्के रंग के सूती एवं ढीले वस्त्र पहने, सिर को ढक कर रखें तथा कड़ी धूप से बचें।
लू से प्रभावित व्यक्तियों को छाया में लिटाकर कर सूती गीले कपड़े से पोंछे अथवा नहलाएं तथा चिकित्सक से संपर्क करें। लू लगने के लक्षणों को पहचानें यदि कमजोरी लगे, सर दर्द हो, उल्टी महशुस हो, तेज पसीना हो, झटका जैसा महसूस हो, चक्कर आए तो, तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें, बीमार और गर्भवती महिला कामगारों को आंतरिक सावधानी बरतनी चाहिए, विशेष तौर पर दोपहर 12 से 3:00 बजे तक सूर्य के ताप से बचने हेतु बाहर जाने से बच्चे एवं कड़ी मेहनत से बचें, यात्रा करते समय पानी अपने साथ हमेशा रखें, निर्जलीकरण से बचने के लिए ओआरएस का प्रयोग करें, स्थानीय मौसम के पूर्वानुमान को सुने और आगामी तापमान में होने वाले परिवर्तन के प्रति सतर्क रहें। बच्चों को, पालतू जानवरों को कभी भी बंद वाहन में अकेला ना छोड़े, जहां तक संभव हो घर में ही रखें और सूर्य के संपर्क से बचें, सूर्य के ताप से बचने के लिए जहां तक संभव हो घर की निचली मंजिल पर ही रहे ।संतुलित हल्का व नियमित भोजन करें, अधिक प्रोटीन वाले तथा वासी खाद्य पदार्थ खाने से बचें। आपात स्थिति से निपटने के लिए प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण लें ,जानवरों को छाया में बांधे और उन्हें पर्याप्त पानी पिलाएं। पानी को अनावश्यक बर्बाद ना होने दें। अपने घरों के छतों पर पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था करें।