नूरी मस्जिद में तरावीह की नमाज में कुरान पाक मुकम्मल।
मोहम्मद अली निजामी ने 10 साल की उम्र में एक कुरान पाक मुकम्मल किया।
अल्लाह ताला का सबसे करीब बंदा वह है जो कुरान पाक पढ़ता है : मौलाना मकबूल अहमद कादरी
सेराज अहमद कुरैशी
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
नूरी मस्जिद तर्कमानपुर में तरावीह की नमाज में कुरान पाक मुकम्मल हुई। तरावीह की नमाज़ कारी शफीउल्लाह साहब ने बहुत ही अच्छे अंदाज में पढ़ाया। नूरी मस्जिद तुर्कमानपुर के सदर अलाउद्दीन निजामी साहब के साहबजादे मोहम्मद अली निजामी ने मोहम्मद दानिश रज़ा अशरफी की मौजूदगी में 10 साल की उम्र में एक कुरान पाक मुकम्मल किया। कुरान पाक मुकम्मल होने के इस अवसर पर नूरी मस्जिद तुर्कमानपुर में एक प्रोग्राम का आयोजन भी किया गया। प्रोग्राम में सबसे पहले कारी शफीउल्लाह साहब ने तिलावते कुरान पाक से प्रोग्राम आगाज़ किया। मोअज़्ज़म, कारी मोहसिन रज़ा, अली हुसैन ने बहुत ही बेहतरीन नात शरीफ पढ़ी। प्रोग्राम के खुसूसी मेहमान नूरी मस्जिद तुर्कमानपुर के इमाम मौलाना असलम साहब ने अपनी तकरीर में कहा कि दीन ए इस्लाम के पांच बुनियादी फराएज़ में से रोज़ा भी एक फराएज़ है और इसे अमल के लिए माहे रमजान मुकर्रर किया गया है। रमजान का एक रोज़ा जानबूझकर छोड़ देना 70 साल तक रोजा रखने पर भी उसे एक रोज़े की अदायगी नहीं हो सकती। प्रोग्राम कि सदारत करते हुए मौलाना मकबूल अहमद कादरी ने कहा कि अल्लाह ताला का सबसे पसंदीदा और करीब बंदा वह है जो कुरान पाक पढ़ता हो, कुरान पाक में अल्लाह ताला ने सारे मसले के हल अता फरमा दिए हैं वैज्ञानिक लोग जिस चीज की आज खोज कर रहे हैं कुरान पाक में अल्लाह ताला ने 1400 साल पहले उन सब चीजों का जिक्र फरमा दिया है। मीडिया इंचार्ज मोहम्मद आकिब अंसारी ने कहा कि नूरी मस्जिद तर्कमानपुर में तराबी की नमाज में कुरान पाक मुकम्मल होने के अवसर पर जिस तरह से इंतेजामत किए जाते हैं वह बहुत ही काबिले तारीफ है।
प्रोग्राम की सफल निज़ामत मौलाना मकसूद मिस्बाही ने की। प्रोग्राम के आखिर में कुल शरीफ व मुल्क में अमन व अमान के लिए खूसूसी दुआ की गई। प्रोग्राम के आखिर में इस्तकबाल करने के लिए कारी शफीउल्लाह साहब, मौलाना असलम रिज़वी साहब के साथ-साथ सभी उल्माए कराम को माला, शाल, गमछा, नज़राना और तोहफों से नवाज़ा गया। प्रोग्राम के आयोजक मोहम्मद शाबान और नूरी मस्जिद तुर्कमानपुर के सदर अलाउद्दीन निजामी ने अपने आने वाले सभी मेहमानों व सभी उल्माए कराम का तहे दिल से शुक्रिया अदा किया। कुरान पाक मुकम्मल होने के अवसर पर कारी साहब और मौलाना साहब को सबसे नायाब तोहफा मिक्सचर मशीन से नवाजा गया। नौजवान कमेटी, नूरी मस्जिद तुर्कमानपुर के जिम्मेदारान अयान अहमद निजामी, जाकिर निजामी, समीर निजामी, अब्दुल समद निजामी, अब्दुल कादिर, नुरुल हुदा, अरमान निजामी ने मिलकर मस्जिद की देखरेख के लिए अपनी पूरी जिम्मेदारी को निभाया। इस अवसर पर डॉ. सदरूद्दीन वारसी, हाजी जलालुद्दीन कादरी, मोहम्मद शरीफ, मोहम्मद आकिब अंसारी, आसिफ सर्राफा, सरफराज, मुनव्वर अहमद निजामी अब्दुर रहमान, मास्टर खुर्शीद आलम, मास्टर अरशद खान, वसीम निजामी, मोहम्मद रियाज, मोहम्मद रानू आदि लोगों ने कुरान पाक मुकम्मल होने के अवसर पर कारी साहब को मुसाफा करके मुबारकबाद पेश किया।