मियां साहब ने सफेद कबूतर उड़ा कर दिया अमन एवं शांति का पैग़ाम - आफताब अहमद
नवेद आलम
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
समाजवादी पार्टी के महानगर पूर्व सचिव आफताब अहमद के नेतृत्व बक्शीपुर चौराहे अदनान फर्रुख अली शाह (मियां साहब) को माला पहना कर गुलाब के फूल की बारिश की गई और जोरदार खैरमकदम किया गया एवं उनके हाथों से सफेद कबूतर उड़वा के अमन एवं शांति का पैगाम दिया गया कहां की मियां साहब इमामबाड़ा इस्टेट से पांचवी मुहर्रम का शाही जुलूस अपनी पुरानी रिवायत के मुताबिक पूरी शानो शौकत के साथ सोमवार को निकाला गया। सुबह से सड़कें पर नजर टिकी हुई थी। लोग इस जुलूस को देखने के लिए बेताब नजर आए। छतों व रास्तों पर मजमा दिखा।
सफेद लिबास, खाकी वर्दी, घुड़सवार और सभी के हाथों में फौजियों वाले भाले, बंदूकों के बीच सफेद लिबास में चल रहे मियां साहब जैसे ही दिखे, शोर उठा मियां साहब आ गए। अहिस्ता-अहिस्ता कदम बढ़ा रहे इमामबाड़ा इस्टेट के सज्जादानशीं अदनान फर्रुख शाह ‘मियां साहब’ को देखने क लिए भीड़ बेताब हो उठी। एवं जुलूस गुजरा तो लोग पीछे-पीछे चलने लगे। एक कारवां चल पड़ा जो कि फिर इमामबाड़ा में ही पहुंच कर समाप्त हुआ।आफताब अहमद ने कहा कि
बीते करीब तीन सौ साल से निकल रहा मियां साहब का पांचवी का जुलूस हजरत रौशन अली शाह की मजार पर फातिहा पढ़कर पश्चिमी फाटक से करीब सुबह साढ़े नौ बजे निकला। मियां साहब व अन्य लोगों ने हजरत कमाल शाह अलैहिर्रहमां की मजार पर फाातिहा पढ़ा। इसके बाद जुलूस बक्शीपुर की ओर मुड़ा। जुलूस के सबसे आगे इमामबाड़ा इस्टेट का अलम, परचम और उनके पीछे सफेद और परंपरागत वर्दी में अंगरक्षक चल रहे थे। मियां साहब के निजी सुरक्षा गार्ड उनके पीछे थे। कई अदद बैण्ड वादक और शहनाई वादक भी जुलूस में शमिल थे।
इस खैरमक़दम के प्रोग्राम में आफ़ताब अहमद, इम्तियाज़ अहमद, मो आकिब मक़सूद अली, सफीक अहमद, मो आसिफ़, शकील अहमद, अभिषेक पाण्डेय, अनवार हुसैन, मोहम्मद दानिश, ज़ाहिद हुसैन वग़ैरह शामिल थें l