संत रविदास जयंती पर शोभा यात्रा का आयोजन व सम्मान समारोह।
झंडी दिखाकर यात्रा को रवाना किया।
ब्यूरो चीफ़ हफ़ीज अहमद खान
कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश।
संत रविदास जयंती समारोह समिति डा० अम्बेडकर नगर विजय नगर, शास्त्री नगर कानपुर के तत्वावधान में आयोजित 35वें भव्य शोभा यात्रा समारोह में पधारे मुख्य अतिथि बुहजन समाज पार्टी के मंडल जोन इंचार्ज अनिल पाल ने संत शिरोमणि गुरू रविदास को इंसानियत और मानवता का मसीहा बताते हुये प्रख्यात साहित्यकार जय प्रकाश कर्दम के विचारों को समाहित करते हुये कहा कि "मन चंगा तो कठौती में गंगा' का उद्घोष कर समाज को अपनी बुद्धि, अपनी शक्ति और अपने कौशल पर विश्वास रखने यानी, "अन्त दीपो भव" का सूत्र समझाने का महान कार्य संत का बहुत ही अनुकरणिय कार्य है। संत रविदास जी की वाणी में अभिव्यक्त प्रगतिगामी सोच का प्रभाव बहुत दूर तक गया है, और उसने कई तरह से अपना प्रभाव समाज पर छोड़ा है। धर्म और अध्यात्म के क्षेत्र से लेकर संविधान के आधार-राष्ट्रीयता, लोकतंत्र, समाजवाद और धर्म निरपेक्षता के सिद्धान्तों के निरूपण तक में संत जी की अमर वाणियों का प्रभाव दिखाई देता है।विशिष्ट अतिथि बब्लू चौधरी, अर्चना निषाद, शैलेन्द्र सचान, दीप सिह, राजबाला वाल्मीकि आदि सम्मानित लोगों ने अपने उद्बोधन में आवाहन किया कि संत जी के विचारों को अपने जीवन में उताकर हमें जाति विहीन, वर्ग विहीन, शोषण विहीन आदर्श समता मुलक समाज बनाकर राष्ट्र और समाज की उन्नति का मार्ग प्रशस्त कर सदियों से वंचित समाज को मुख्य धारा में लाने के लिये सतत प्रयास करना चाहिए। कार्यक्रम मुन्ना हजारिया के नेतृत्व में किया गया!आयोजन समिति के अध्यक्ष एवं कार्यक्रम संयोजक राधेश्याम भारतीय ने ख्याति प्राप्त दलित साहित्यकार सतमान सिंह की लेखनी को उदघृत करते हुये कहा कि "संत शिरोमणि गुरू रविदास जी का आन्दोलन जन-चेतना, लोक-क्रांति और श्रवण परम्परा का आन्दोलन था।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से दिनेश कुमार, शैलेन्द्र कुमार, पी०सी०गौतम, डा० हरिश चौधरी, दिनेश गौतम, शिवशंकर वैध, मुकेश कठेरिया, प्रियांशू सरोज, धनराल रक्सेल, प्रेमा गौतम, आशू सम्राट, आयूष चौधरी, नवीन सेन एड० आदि लोगों के साथ ही मीडिया प्रभारी मुन्ना हजारिया एवं राजेश दोहरे उपस्थित रहें।