शरद यादव को दी गई श्रंद्धाजलि।
हफ़ीज अहमद खान
कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश।
कानपुर अधिवक्ताओं द्वारा सामाजिक न्याय के योद्धा शरद यादव पूर्व केन्द्रीय मंत्री की असमयिक निधन पर कानपुर कचहरी परिसर में उनके चित्र पर पुष्पांजलि चढ़ाकर उनके व्यक्तित्व पर चर्चा करते हुए शरद ने हमेशा गरीबों, मजलूमों की मदद करते हुए कार्य किया स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी परिवार के होने की वजह से राजनीति में भी शरद की रुचि रहती थी। 1974 में उप चुनाव पहली बार लोकसभा सदस्य जबलपुर से बने और 1976 में कांग्रेस के कुप्रशासन के विरोध में लोक सभा से इस्तीफा दे दिया था। वह विभिन्न मंत्रालयों में रहे और हमेशा जनता के हित में कार्य किये। प्रदीप यादव अध्यक्ष राष्ट्रीय जनता दल अपने सम्बोधन में शरद को मण्डल आयुक्त लागू कराने का मसीहा बताया और कहा कि शरद न होते तो मण्डल कमीशन रिपोर्ट कफी न लागू होता!कार्यक्रम की अध्यक्षता सुरेश यादव एडवोकेट ने की संचालन सोमेन्द्र शर्मा एडवोकेट ने किया। कार्यक्रम में हरी प्रसाद यादव एड० रामेन्द्र कटियार एड०, सुरेश गुप्ता, योगेन्द्र अवस्थी एड०, राकेश तिवारी एड०, विजय अग्निहोत्री, लल्लन एड०, दीनू उपाध्याय, शाकिर अली उस्मानी, डा० महेन्द्र सिंह यादव एड०, शिव कुमार शर्मा, राजीव यादव, भानु प्रताप सिंह एड०, राजकुमार गुप्ता, श्रीनाथ यादव, अजीत यादव आदि मुख्य लोग थे।