शहरी क्षेत्र में भी तीसरीआंख हुआ टाय टाय फिश।
शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया, बिहार।
इन दिनों शहर में हेलमेट व मास्क लगाकर क्राइम कर रहे क्रिमिनल नित्यदिनअनेकों प्रकार की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं,मगर पुलिस प्रशासन मुक्तदर्शक बना हुआ है। पुलिस का गसती दल, डायल112भी क्राइम को नियंत्रित करने में विफल साबित हो रहैं हैं।क्रिमिनल, हेलमेट,मास्क लगाकर भीड़ भाड़ में घुसकरअनेकों प्रकार के क्राइम करके चले जा रहे हैं, लेकिन पुलिस भी तीसरीआंखों से देखने के बाद भी पहचान नहीं कर पा रही है,शहर में लगे सीसीटीवी के फुटेज केआधार पर भी अब क्राइम नियंत्रण नहीं हो पा रहा है।शहर में किरिमनल भीड़भाड़ का फायदा उठाकर हेलमेट,मास्क लगाकर,चोरी,लूट,डकैती,हत्याछिनतई जैसे अन्य घटनाओं को अंजाम देकर रफूचक्कर हो जा रहे हैं,और पुलिस इन क्रिमिनलो को ढूंढ नहीं पा रही है।यह अजब विडंबना है कि शहर में ही पुलिस वाहन जांच का काम कर रही है,जिसमें हेलमेटऔर मास्क लगाए हुए क्रिमिनल इसका नाजायज फायदा उठाकर वाहन जांच से भी बच जा रहे हैं।पुलिस को तो शहर में हेलमेट और मास्क लगाए हुए क्रिमिनल को पूरी तौर पर जांच करनी चाहिए, मगर ऐसा नहीं हो रहा है। पुलिस को शायद इस बात की जानकारी नहीं हो पा रही है कि हेलमेटऔर मास्क का प्रयोग लंबी दूरी तय करने के लिए किया जाता है,न कि शहर के अंदर एक किलोमीटर के क्षेत्र में वाहन चलाने वालों के लिए नहीं होता है,मगर पुलिस को शायद इसकी जानकारी नहीं रहने के कारण शहर केअंतर्गत भी वाहन जांच के क्रम में हेलमेट नहीं लगने वाहन चालकों से जुर्माना वसूल करती है,जो नियम के विरुद्ध है,यहअसाधारण बात है।इस नियम की जानकारी हासिल करने में कोई शर्म की बात नहीं है।