खाद के बड़े व्यवसायी ही कालाबाजारी करके करोडों की अवैध कमाई पर उतारू।
शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया।
जिला में इस समय खाद के बड़े कारोबारी यूरिया का कालाबाजारी कर करोडों की अवैध कमाई कर रहे है।जिला के किसान खेती के मौसम में खाद के बड़े व्यापरियों की लूट नीति का शिकार हो रहे है, अधिकारी चाह कर भी कुछ नहीं कर पाते है,अगर अधिकारी कारवाई करना भी चाहे तो उन्हें साजिश के तहत आरोपित कर व्यापारी अपना काम करने कीआज़ादी पाते है।खुदरा दुकानदार परेशान हो रहे हैं,जिस खाद को उन्हें 262 रुपये में बेचना है,वह 300 से 325 में उपलब्ध हो रहा है, साथ ही बड़े व्यापरियों द्वारा जबरदस्ती दवाऔरअन्य कीटनाशक उत्पाद भी उन्हें बेचने को दिया जा रहा है, जिससे मजबूरी में किसानों को 350 में बेचना पड़ता है।
संवाददाता ने जब बड़े व्यापरियों से सम्पर्क करने की कोशिश की तो मुलाकात नहीं हो सकीं,हालंकि कमला कृषि केंद्र के विनोद सर्राफ से उनके निवास पर मुलाकात हुई,परंतु उन्होंने साफ इंकार कर दिया, मगर एक विधायक पर इसमें शामिल होने का इल्जाम भी लगाया,साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि खाद का रैक समय पर नहीं आना भी मुख्य कारण है।सबसे बड़ी बात है कि जिले के किसानों को बड़े खाद व्यापारी मिलकर करोड़ों की लूट कर रहे हैं,मगर सरकार के अधिकारी भी इस पर मूकदर्शक बने हुए हैं,कभी भी खाद दुकानों की जांच नहीं हो रही है,और ना छापामारी ही की जा रही है।इस संदर्भ में जिला कृषि पदाधिकारी से संवाददाता ने पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने बताया कि ऐसा सब मामला संज्ञान में आ रहा है,समय आने पर जांच कर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने संवाददाता को बताया कि कुछ दुकानदारों के द्वारा कालाबाजारी के जांच करने पर हमें ही झूठे आरोप लगाकर फँसाने का कार्य किया जा रहा है,ताकि इनकी कालाबाजारी चलती रहे,जिस से किसानों का शोषण होता रहे,हमारी जिम्मेदारी बनती है कि जिला में उचित मूल्य पर यूरिया उपलब्ध कराये,ताकि यूरिया का कमी ना हो सके,हम इसके लिये हर संभव प्रयास कर रहे है।