वनाधिकार कानून को लागू करने में उदासीन हैं क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि।
वनाधिकार कानून को लेकर दो दिवसीय बैठक का आयोजन।
रिपोर्ट: विनोद विरोधी
गया, बिहार।
मजदूर किसान जनमुक्ति संघर्ष वाहिनी के तत्वावधान में जिले के बाराचट्टी प्रखंड अंतर्गत दोवाट गांव में जल,जंगल व जमीन पर अधिकार को लेकर दो दिवसीय क्षेत्रीय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में आए वाहिनी के अध्यक्ष रामस्वरूप मांझी ने बताया कि बैठक का मुख्य उद्देश्य वनाधिकार कानून 2006 के तहत वनों में बसे अनुसूचित जाति/ जनजाति व परंपरागत वनवासियों को हक अधिकार दिलाना है। इसके लिए विभिन्न स्तरों पर आंदोलन भी किए गए हैं। लेकिन मौजूदा सरकार एवं उसमें शामिल क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि उदासीन रवैया बनाए हुए हैं जिसका दुष्परिणाम है कि वनों में रहने वाले हजारों लोग विभिन्न समस्याओं से जूझते हुए चले जा रहे हैं ।बैठक में उपस्थित प्रमुख लोगों में कैलाश भारती, सोमर सिंह भोक्ता, परशुराम मांझी, मिथिलेश निराला , बाबूलाल अलबेला, बुधन सिंह भोक्ता, रेहाना खातून, चंदा देवी, राजू मंडल ,टीकम सिंह, गोपाल मुंडा आदि शामिल हुए।बैठक का संचालन सोमर सिंह भोक्ता एवं परशुराम मांझी ने संयुक्त रूप से की