खानकाहे हुसैनिया कलीमिया में चादर पोशी के कार्यक्रम में बेशुमार जायरीनों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया।
उर्स ए कलीमी में चादर पोशी के कार्यक्रम में कव्वालों ने कलाम को पेश करके समा बाध दिया।
सज्जादानशीन ने सामूहिक रूप से कलीमी चमन व मुल्क को सर शब्ज शादाब बनाये रखने की दुआ की।
मोहम्मद दानिश क़ुरैशी
मीरानपुर कटरा, शाहजहांपुर, उत्तर प्रदेश।
हज़रत मुहम्मद हुसैन उर्फ़ दूल्हा मियाँ व मसरूरे मिल्लत ताजुल उरफ़ा सैय्यद मसरूर मियाँ का उर्से कलीमी पूरी शान व शौक़त के साथ मनाया जा रहा है।
सोमवार की प्रात: बाद नमाज़ ए फ़ज़्र कुरानख्वानी की नूरानी महफ़िल हुई।बाद नमाज़ ए जोहर सामूहिक रूप से चादर पोशी का कार्यक्रम सज्जादानशीन हजरत सैय्यद मसऊद अहमद कलीमी चिश्ती क़ादरी की सदारत में सम्पन हुआ।चादर पोशी में कव्वालों ने हजरत अमीर खुसरो रह0अ0 के फ़ारसी व हिंदी कलाम को जायरीनों को पेश किया। जायरीनों को कलाम पेश करते हुए कव्वालों ने लुत्फ़ अंदूज कर दिया। कव्वालों ने मजारात पर चादर पोशी के वक्त यह कलाम तकरार के साथ पेश किया।
"ओढ़ो ओढ़ो रे चादरिया मैं तोरे करण लाई"
ख्वाजा गरीब नवाज की शान में कव्वालों ने यह कलाम पेश किया
ख्वाज ए ख्वाज गां की चादर है
मुश्किले क्यों न हो मेरी असा
मेरे मुश्किल कुशा की चादर है।
कव्वालों के हिंदी कलाम पर मुरीद जायरीनों को कैफियत होने लगी और मस्ती में झूमने लगे।जब कव्वालों ने यह कलाम पेश किया।
आओ रे चिश्तीओ खेले होली ख्वाजा पिया के आंगन में।
आओ रे चिश्तीओ खेले होली दूल्हा मियां के आंगन में।
आज रंग बरसत है चिश्ती कलीमी।
दूल्हा मियां के आगम में।
रंग बरसत है हसनी हुसैनी ख्वाजा पिया के आँगन।
कव्वालों के कलाम के बाद हजरत अमीर खुसरो के रंग से कार्यक्रम का समापन हुआ।समापन पर सज्जादा नशीन ने मुरीद जायरीनों के साथ कलीमी चमन व मुल्क को सर शब्ज व शादाब बनाये रखने की सामूहिक रूप से दुआ की। इस दौरान कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उर्स प्रभारी डॉ0असद अहमद कलीमी, सैय्यद मुसाद कलीमी उर्फ चिश्ती मियां, सैय्यद फकरे अली, सैय्यद सुहेब अली, सैय्यद मुस्तजीब अली, पूर्व विधायक वीरेंद्र प्रताप सिंह मुन्ना, पूर्व चेयरमैन समी उश्शान खाँ, सगीर खाँ डभौरा वाले, मिर्ज़ा अज़ीम बेग, फुंदन खाँ कलीमी, डॉ0अब्दुल कलाम, राशिद उस्मानी, अशफाक खाँ, असलम सिद्दीकी, मुख्तियार अकेला, यूनुस खान, मिर्ज़ा इल्यास बेग, ताहिर खाँ गुड्डू, इस्माईल खाँ, शैज खान, डॉ0फैज़ान खान, मिर्ज़ा तौहीद बेग, शालू खान, इम्तियाज अली सहित पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखण्ड, महाराष्ट्र अदि से आये बेशुमार अकीदतमंदो ने गुलपोशी कर चादर पोशी की रस्म में शिरकत की।
उर्स प्रभारी सैय्यद डॉ0असद अहमद कलीमी ने बतया है कि कल अज़मते अहले बैअ़त कांफ्रेंस व जश्ने दस्तार बन्दी (दीक्षांत समारोह) का आयोजन किया जायेगा। जिसमें अलजामियतुल चिश्तिया अरबिक काॅलेज के छात्रों को दस्तारबंदी दी जायेगी। जिसमें मुल्क के मशहूर स्काॅलर आलिमे दीन हज़रत मौलाना मुफ़्ती अज़हर उल क़ादरी सीतामढ़ी बिहार, प्रोफ़ेसर दीनदयान उपाध्याय इण्टर कालेज गोपालगंज बिहार और दीगर मारूफ़ व मशहूर उलमा ए किराम भी तशरीफ़ ला रहे हैं। बाद नमाज़े ईशा महफ़िले सिमाँ का आयोजन किया जायेगा।
फ़ातिमा पाॅली क्लीनिक की ओर से डा0फैज़ान खान की अगुवाई में निःशुल्क मेडिकल कैम्प लगाया गया। जिसमें 24 घण्टें डाॅक्टर मौजूद हैं जो आने वाले ज़ायरीन का चैकअप कर निःशुल्क दवाई वितरित कर रहे हैं। कैंप का शुभारम्भ नबीर -ए- ग़रीबे नवाज़ हज़रत सैय्यद औसाफ़ अली चिश्ती ने फ़ीता काटकर किया। डा0 सैय्यद असद अहमद कलीमी ने बताया है कि हर वर्ष ज़ायरीन की सुविधा के लिए दवाईयों का निःशुल्क कैम्प लगाया जाता है। इस दौरान डा0 मुर्तज़ा रज़ा, डा0 अब्दुल कलाम आदि मौजूद रहे।